क्या आप जानते हैं सेंसर बोर्ड की अध्यक्षा जी की सबसे बड़ी योग्यता ?

लीला सेमसन-leela samson



पीके फिल्म के विवाद के साथ साथ उसे अनुमति देने वाले सेंसर बोर्ड पर भी सवाल उठने लगे हैं | कांग्रेस शासनकाल में मशहूर भरतनाट्यम नृत्‍यांगना और लेखिका कुमारी लीला सेमसन को केंद्रीय फिल्‍म प्रमाणन बोर्ड का अध्‍यक्ष नियुक्‍त किया गया । जबकि उन पर भारत में कलाक्षेत्र नाम की संस्था में तीन करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप लग चुके हैं । उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एस. मोहन ने संस्कृति सचिव को पत्र लिखकर घोटाले की शिकायत की थी । भरत नाट्यम में रुक्मणी देवी अरुंदेल की शिष्या सेंसर बोर्ड और संगीत नाटक अकादमी की बागडोर संभालने के साथसाथ कलाक्षेत्र नाम की संस्था की निदेशक तिहरी जिम्मेदारी निभाती रही हैं।
एक अप्रैल 2011 से लेकर वह तीन साल तक इस पद पर रहेंगी। वे शास्‍त्रीय कला संस्‍थान, कलाक्षेत्र की निदेशक तथा संगीत नाटक अकादमी की अध्‍यक्ष की तिहरी जिम्मेदारी के पदों पर सवार रहीं । बाद में विवादों के चलते 10 अक्टूबर 2011 को संगीत नाटक अकादमी की अध्‍यक्षता से उनका त्यागपत्र मंजूर किया गया | उनकी सबसे बड़ी योग्यता यह थी कि वे प्रियंका गांधी की भरतनाट्यम टीचर थी।
प्रतिष्ठित वकील ललित भसीन को फिल्‍म प्रमाणन अपीलीय पंचाट का अध्‍यक्ष नियुक्‍त किया गया है। वह भी तीन साल तक इस पद पर रहेंगे। भसीन बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के उपाध्‍यक्ष भी हैं। उन्‍हें 1991 में गांधी राष्‍ट्रीय एकता पुरस्‍कार और 2007 में राष्‍ट्रपति ने भी राष्‍ट्रीय कानून दिवस पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया था। इसी प्रकार कुमारी दीपा दीक्षित और गुरजीत सिंह बहल को भी तीन वर्ष के लिए फिल्‍म प्रमाणन अपीलीय पंचाट का सदस्‍य नियुक्‍त किया गया है।


एक अहम् सवाल यह भी है कि जब उनकी नियुक्ति 1 अप्रैल 2014 तक के लिए ही थी, तो इस अवधी के बाद वे अभी तक इस पद पर कैसे विराजमान हैं ?
दूसरी तरफ एक क्षेत्रीय फिल्म को स्वीकृति देने के लिए कथित तौर पर 70,000 रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में सीबीआई सेंसर बोर्ड के सीईओ राकेश कुमार को पुर्व में गिरफ्तार कर चुकी है ।
तो ऐसा स्वनामधन्य है हमारा फिल्म सेंसर बोर्ड
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