गोवा में एक स्थानीय न्यूज़ चैनल में काम करनेवाले एक पत्रकार को राजभाषा हिंदी में बात करना महंगा पड़ा एवं पत्रकार के साथ थाना परिसर में पुलिस द्वारा मारपीट कर दी गयी !
पीड़ित पत्रकार मुकेश कुमार जो एक स्थानीय न्यूज़ चेनल में कार्य करते है ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इंस्पेक्टर पी.के.वस्त व सब इंस्पेक्टर विक्रम नाइक ने हिंदी में बात करने की वजह से उन्हें निशाना बनाते हुए पीटा ! मुकेश कुमार ने इस घटना को रिकॉर्ड भी किया है !
मुकेश कुमार के अनुसार शनिवार की रात्री वह शहर के माला इलाके में मोबाइल फ़ोन पर अपनी पत्नी से हिंदी में बात कर रहे थे , इसी दौरान चार - पांच लोग आकर उनके साथ धक्का मुक्की करने लगे एवं उनके साथ मारपीट कर दी ! यही नहीं इसके पश्चात उन्हें थाणे में ले जाकर भी मारा गया !
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****हिंदी का अनदेखा *****
जवाब देंहटाएंराजनीती की गंदगी
भगवन साफ कीजिये?
हर और भरष्टाचार का बोल बाला
कुछ तो हिंदी पे उपकार कीजिये
९५% हिंदी बोली समझी जाती
फिर भी हर जगह
अंग्रेजी की टांग
कियु घुसाई जाती?
कूकर मूतते से बरसाती स्कुल
हर नगर शहर गाँव गाव की
गली गली में खुलवाते जारहे
५% काले अंग्रेजोंका
कुछ तो इंतज़ाम कीजिये?
अफसर मंत्री बी बीपी आई
सत्तासीन बने है
जनता जनार्दन पे
अपनी अंग्रेजी मानसिकता
जबरन बच्चे जनजनपे थोप रहे?
उनको हिंदी एक सरदर्द है
वो राजनैतिक गुर्गे
विदेशों की चाले चलते हैं
अंग्रेज़ों के २०० ,२५० सालके
शासन में भी इतने स्कुल नही थे?
आज दलाली खा खाखोलते जाते हैं? जितने १०, २० सालों में
जो भेड़ चाल नेताओं ने चली है
उनका जबाब मुंह तोड़ दीजिये
१०००, १०००० को बिकलांग कीजिये किसीको लकबा
किसको कैंसर की सौगात दीजिये
कोई ह्रदयघात से मरे
कोई नासूर से मरे
हिंदी को अपाहिज.,
हिंदी माँ का अपमान
करने वालों की खबर लीजिये
जय हिंदी माँ जय जय भारत माँ वन्देमातरम