पाकिस्तान में जबरदस्त ईंधन संकट ! बमुश्किल 24 घंटे का ईंधन शेष !



पाकिस्तान में पेट्रोल और डीजल खत्म होने की कगार पर है ! पाकिस्तान में दो हफ्ते से चल रहा ईंधन संकट अब और गहरा गया है ! इससे पकिस्तान के लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है ! पेट्रोल पंपों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें पकिस्तान के प्रमुख शहरों में आम हो गई हैं ! कई लोग ईंधन के लिए पंपों पर रात तक गुजारने को मजबूर हो रहे हैं ! ईंधन संकट के चलते प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पेट्रोलियम सचिव अबीद सईद, उनके उपसचिव नईम मलिक और पाकिस्तान स्टेट ऑयल प्रमुख अमजद जनजुआ को निलंबित कर दिया है ! जबकि पेट्रोलियम मंत्री शाहिद खकान की कुर्सी नवाज से नजदीकियों के चलते बच गई !

पाकिस्तान के कई बड़े शहरों में पिछले छह दिनों से पेट्रोल पंप बंद पड़े हुए हैं ! पकिस्तान के कई अखबारों ने पकिस्तान के बड़े शहरों में पेट्रोल पंपों पर हुईं झड़पों की खबरें प्रकाशित की हैं ! जब वाहनों की कतार में खड़े लोगों को बताया गया कि पंप में ईंधन नहीं है तो वे भड़क उठे ! डॉन में प्रकाशित खबरों के अनुसार लाहौर, फैसलाबाद, इस्लामाबाद, सियालकोट और मुल्तान में कुछ खुले पेट्रोल पंपों के बाहर कई वाहन चालकों को रातभर कतारों में इंतजार करना पड़ा ! स्थिति नहीं सुधरी तो कई पेट्रोल पंप सोमवार से बंद भी हो सकते हैं !

पाकिस्तान स्टेट ऑइल (पीएसओ) कंपनी के मुताबिक बीते दो हफ्ते में किसी भी बंदरगाह पर कच्चे तेल का एक भी जहाज नहीं आया है क्योंकि निर्यातकों का 215 अरब रुपया पाकिस्तान पर बकाया है ! आमतौर पर हर 15 दिन में पकिस्तान में छह से आठ जहाज कच्चा तेल पहुंचता है ! हर जहाज में 65 हजार टन तेल होता है ! 


आखिर कैसे पैदा हुआ पाकिस्तान पर ईधन संकट ?

यह नौबत पाकिस्तान की माली हालत खराब होने की वजह से आई है ! पकिस्तान में सरकारी कंपनियां या तो घाटे में है या फिर नकदी के संकट से जूझ रही हैं ! पाकिस्तान में कुछ महीने पहले तक एक दिन में 11 हजार टन ईंधन बिकता था ! यह बढ़कर 15 हजार टन प्रतिदिन हो गया है ! हर महीने पाकिस्तान में औसतन 3.80 लाख टन पेट्रोल-डीजल की दरकार होती है ! इसमें से 1.40 लाख टन तो रिफाइनरीज से आता है ! 2.40 लाख टन आयात होता है ! पाकिस्तान स्टेट ऑइल की पाकिस्तान के तेल बाजार में हिस्सेदारी 65 फीसदी है ! वह हर साल 1200 अरब रुपए का कारोबार करती है ! वहीं पाक अरब रिफाइनरी भी 20 फीसदी की हिस्सेदारी रखती है ! यह रिफाइनरी पिछले कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति फेल हो जाने से काम नहीं कर रही है !

पाकिस्तान स्टेट ऑइल अब ओवरड्राफ्ट करने की स्थिति में भी नहीं है ! उसे तेल उत्पादकों देशों का 215 अरब रुपया लौटाना है ! पकिस्तान के ऊर्जा सेक्टर पर ही 190 अरब और पाकिस्तान इंटरनेशनल एयलाइंस पर 12.5 अरब रुपए बकाया है ! इसी वजह से तेल निर्यात करने वाले देश और पाकिस्तान के अंदर मौजूद बैंक भी सरकारी तेल कंपनी पर भरोसा करने को तैयार नहीं हैं ! निर्यातकों और बैंक्स का कहना है कि कंपनी पहले पुराना बकाया लौटाए, उसके बाद ही मदद की जाएगी !

पाकिस्तान को इस तेल संकट से उबरने के लिए फौरी तौर पर 100 अरब रुपए की दरकार है ! लेकिन शुरुआती तौर पर उसने सिर्फ 17 अरब रुपए मुहैया कराए ! यह पैसा भी पिछले बकाए का भुगतान करने में चला गया ! तेल का आयात इससे शुरू नहीं हो पाया ! आंतरिक मंत्री चौधरी निसार अली खान का कहना है ईंधन संकट रोकने में सरकार नाकाम रही है !

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