भारत बन सकता है दुनिया के विकास का इंजिन - श्री नरेंद्र मोदी


भूटान और मेसीडोनिया के प्रधानमंत्रियों के अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून और अमरीका के विदेश मंत्री जॉन केरी सहित कई विदेशी नेता जिस सम्मेलन में भाग लें, उसके महत्व को आसानी से समझा जा सकता है | जी हाँ, हम गांधीनगर में आयोजित सातवें वाइब्रेंट गुजरात समिट की ही बात कर रहे हैं | समिट में भारत व दुनिया की 50 से अधिक कंपनियों के सीईओ भी शामिल हुए | इतना ही नहीं तो अमरीका, कनाडा और जापान सहित आठ देशों की वाइब्रेंट गुजरात समिट में हिस्सेदारी रही |

यूं तो ‘वाइब्रेंट गुजरात’ का घोषित उद्देश्य गुजरात में बड़े पैमाने पर निवेश बढ़ाना है, किन्तु भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने समिट के अवसर पर वैश्विक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने जैसी अंतर्राष्ट्रीय समस्या पर अपने विचार व्यक्त सम्मेलन को नई ऊंचाई प्रदान कर दी | 
गांधीनगर में सातवें वाइब्रेंट गुजरात समिट को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वह देश-विदेश में जहां भी गए उन्हें यही चिंता दिखाई दी |

उन्होंने कहा कि सतत और समावेशी विकास के दम पर दुनिया की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सकता है | प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत में दुनिया के विकास का इंजन बनने की क्षमता है और यही वजह है कि आज पूरी दुनिया भारत के साथ काम करने को आतुर है |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम नेक्स्ट जेनरेशन इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर बढ़ने के बारे में सोच रहे हैं। जैसे हमें हाइवे की जरूरत है, उसी तरह i-ways(इन्फर्मेशन) की भी जरूरत है। हमने पब्लिक-प्राइवेट इनवेस्टमेंट के जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर जोर दिया है।' मोदी ने कहा कि भारत अपने नागरिकों को 3D ऑफर कर रहा है, डिमॉक्रेसी, डीमोग्रफी और डिमांड। 

पीएम ने अपने भाषण की शुरुआत में फ्रांस में शार्ली एब्दो मैगजीन पर हुए हमले की निंदा की। मोदी ने कहा, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था आने वाले सालों में विश्व की दूसरी सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था होगी।

मोदी ने कहा कि लोग उन पर चीजों को हाइप करने का आरोप लगाते हैं लेकिन वह ऐसा इसलिए करते हैं ताकि उनकी सरकार काम करे। इसी वदह से सात महीने में ही निराशा और अनिश्चितता का माहौल बदला है।

वाइब्रेंट गुजरात समिट में पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि अगर भारत और अमेरिका साथ मिलकर काम करते हैं तो सबसे पुराना लोकतंत्र और सबसे बड़ा लोकतंत्र मिलकर दुनिया से गरीबी को खत्म कर देंगे।

केरी के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारतीय गणतंत्र दिवस पर पहले चीफ गेस्ट बनने को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात की भी तारीफ की और कहा कि इस राज्य में विकास की काफी संभावनाएं हैं। केरी ने मोदी और ओबामा दोनों के सफर को एक जैसा बताया और कहा कि दोनों साधारण परिवारों से शीर्ष तक पहुंचे।

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