दिल्ली में चुनाव अभियान का आगाज, वाक्पटुता के महारथी मोदी तभी तो सर पीएम का ताज |

एंबेडेड छवि की स्थायी लिंक



आज नई दिल्ली में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के चुनाव अभियान का श्रीगणेश किया | जैसी कि उनकी विशेषता है, उन्होंने अपनी धारदार शैली से सभी विरोधियों को न केवल निशाना बनाया, बल्कि श्रोताओं के बीच उपहास का पात्र बना दिया | उनके भाषण के मुख्य बिंदु -

मैंने 15 अगस्त को लालकिले से जो घोषणा की थी वो पूरी की, बगैर पैसे वाले गरीब भी बैंक में खाता धारक बने | 1 सप्ताह में 1 करोड़ खाते खुल रहे हैं, 11 करोड़ खाते खुल चुके हैं। गरीबों ने इन खातों में साढ़े आठ हजार करोड़ रुपये जमा कराए | जन धन योजना से साफ है कि कौन अमीरों के लिए काम करता था और कौन गरीबों के लिए काम कर रहा है | गरीबों के लिए 1 लाख रुपये का बीमा भी कराया गया और इसका प्रीमियम सरकार भरेगी। क्या ये गरीबों का काम नहीं है ?

मेरा सपना है 2022 तक दिल्ली और देश में हर झुग्गी-झोपडी वाले के पास मकान हो | ये बड़ा काम है, इसके लिए आपका आशीर्वाद चहिये | हर गरीब का अपना घर हो, में ये सपना पूरा करना चाहता हूँ |

"भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान " मैंने उपर से शुरू किया है, नीचे तक सफाई करके रहूँगा | हम ऐसी योजना लाने वाले हैं कि मोबाइल फोन के सिम की तरह आसानी से बिजली किसी भी कंपनी से खरीद सकेंगे | हम दिल्ली को जनरेटर की आवाज़ से निजात दिलाएंगे |

जिन्होंने दिल्ली को अस्थिर किया उनको माफ़ करना चाहिए क्या? जिसकी जिसमे मास्टरी हो उसे वही काम करने देना चाहिए | मोदी पीठ में छुरा नहीं घोपता,एक साल तबाह कर दिया दिल्ली का, धरना करने की मास्टरी नहीं अच्छी सरकार चलाने की मास्टरी चाहिए | जिनको धरने और आंदोलन की मास्टरी है, उन्हें सरकार मत दीजिए | दिल्ली को नक्सलवाद की लपेट में नहीं लाया जा सकता | दिल्ली को धरना नहीं विकास चाहिए,दिल्ली को बचाना है दिल्ली को बढ़ाना है |

हर चीज़ मुफ़्त देना हल नहीं होता समस्याओं का हल निकलना होता है | हर समस्या का हल होता है, हल करने की नीयत होनी चाहिए , जो हमारी है हम करेंगे | 

हम ऐसी सरकार को लेकर चले रहे हैं, जो जातिवाद और संप्रदायवाद से ऊपर है और केवल विकासवाद उसका ध्येय है। 



एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें