पेरिस में हिंसक नाटक का समापन - उग्रवादी दोजख की आग में जलने जहन्नुम रवाना |
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आखिर दो दिनों की घेराबंदी के बाद केवल पांच मिनिट में इस हिंसक नाटक का अंत हो गया | पुलिस ने पेरिस के एक छापेखाने में बंधकों के साथ छुपे आतंकी बंदूकधारी चेरिफ कौची, 32, सईद कौची, 34, और उनके कथित सहयोगी अमेदी कोउलिबली को ढेर कर दिया | चार्ली हेब्दो और एक यहूदी किराने की दूकान में गोलीबारी के बाद ये हथियारबंद उग्रवादी कुछ लोगों को बंधक बनाकर इस छापेखाने में घिर गए थे ।
कार्रवाई के दौरान अनेक नागरिक भी हताहत हुए। पुलिस ने कथित तौर पर हथगोले का उपयोग कर दुकान पर धावा बोला जिसके जोरदार विष्फोट को पेरिस में दूरदूर तक सुना गया ।
इसके पहले दो दिन पूर्व व्यंग्य पत्रिका चार्ली हेब्दो के कार्यालय में 12 लोगों की गोली मारकर ह्त्या करने वाले इन दोनों भाईयों ने धमकी दी थी कि यदि पुलिस ने इमारत में प्रवेश करने का प्रयास किया तो वे बंधकों को मार देंगे ।
इस सारे घटनाचक्र की दुनिया भर में कड़ी निंदा हुई है | पूरे विश्व में निंदा के पात्र बने तथाकथित जिहादी जन्नत में जायेंगे या जहन्नुम में ? उन्हें 72 हूरें और गिल्मे मिलेंगे या कि दोजख की आग ? एक मुस्लिम विद्वान् ने सही कहा है कि उनके दुष्कृत्यों ने इस्लाम को जितना अपमानित किया है, उतना पत्रिका में छपे कार्टूनों ने नहीं |
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