वाह केजरीवाल साहिब वाह | विगत वर्ष उपद्रव की धमकी, इस वर्ष न बुलाने की शिकायत |

21 जनवरी 2014 को केजरीवाल साहब ने गणतंत्र दिवस परेड में उपद्रव मचाने की धमकी दी थी |

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जबकि इस वर्ष वे गणतंत्र दिवस की परेड के दीदार को बेताब हैं | उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वे तो गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मिलित होना चाहते हैं, किन्तु उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया है | वहीं भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने टाइम्स नाउ चैनल से बातचीत में कहा कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री रहते गणतंत्र दिवस का विरोध किया था. "ऐसे में सवाल उठा था, ऐसे लोग नहीं आएं तो ही ठीक है."

स्मरणीय है कि उस समय केजरीवाल ने कहा था कि किसके लिए गणतंत्र दिवस मनाएंगे, वीआईपी के लिए। 26 जनवरी को तो झांकियों का जुलूस निकलेगा। वह असली गणतंत्र नहीं है | 22 जनवरी 2014 को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का बयान था कि राजपथ पे इस बार झांकियां नहीं निकलेंगी। राजपथ पर इस बार जनता होगी | अपने आपको अराजकतावादी कहने वाले अरविंद केजरीवाल कब क्या कर गुजरें, कोई नहीं जानता | इसलिए राष्ट्रीय अस्मिता के प्रतीक समारोह में उनको न बुलाना ही श्रेयस्कर है | विदेशी मेहमानों के सामने यह सतर्कता रखना अस्वाभाविक नहीं कहा जा सकता |

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