मंजु कुशवाह उर्फ़ रिजवाना खान, आखिर देना ही पडी अपनी जान

मां ने किया सुसाइड, बच्चे बोले- ‘मम्मी को मारने की धमकी देते थे पापा’

नारी सशक्तीकरण की चर्चा महज खोखले नारे हैं | परिस्थितियों और घटनाओं से तो लगातार यही सिद्ध हो रहा है  | 

आँचल में दूध, आँख में पानी,
नारी तेरी यही कहानी |

नारी की यह परिभाषा कभी बदलेगी या नहीं, यह नहीं कहा जा सकता | कल ग्वालियर में जो कुछ घटा उसने मानवता को झकझोर दिया | दो बच्चों की माँ मंजु कुशवाह अपने पति मुरारी कुशवाह के अत्याचार से तंग आकर घर से निकल पड़ती है | ट्रेन में उसकी मुलाक़ात एक व्यक्ति से होती है, जो अपना नाम सनी कुशवाह बताता है | यह मुलाकात एक बार की न रहकर दोस्ती के रूप में बार बार होती है | और बात विवाह तक पहुँच जाती है | हिन्दू रीति रिवाज से शादी के बाद मंजु को पता चलता है कि उसका पति तो मुसलमान है और उसका वास्तविक नाम आदिल खान है |

मंजु के सर पार आसमां टूट पड़ता है, किन्तु सिवा पछतावे के अब क्या हो सकता था | वह अपने दोनों बच्चों की खातिर परिस्थिति से समझौता कर लेती है | लेकिन आदिल खान अब उसका धर्मांतरण करवाने का प्रयत्न करता है | | वह कोतवाली में शिकायत करती है कि उसका जबरदस्ती धर्मांतरण करवाया जा रहा है | आदिल खान पुलिस के सामने मासूम बनकर आता है, मंजु को भी रोरोकर अपने प्यार का वास्ता देता है और बात आई गई हो जाती है | पुलिस कार्यवाही तो होना ही नही था | मंजु कुशवाह अब रिजवाना खान बन चुकी है | 

मृतका रिजवाना का फाइल फोटो।

किन्तु अब आदिल इतने भर से संतुष्ट नहीं होता | उसके होंसले और बढ़ जाते हैं | अब वह उसकी 15 वर्षीय बेटी पर भी बुरी नजर रखने लगता है | किसी भी माँ के लिए यह अपमानजनक स्थिति असह्य है | पुलिस के पास जाकर एक बार निराश हो चुकी मंजु परमपिता की अदालत में फ़रियाद करने को रवाना हो जाती है | चन्द्रवदनी नाके की गली न,2 के उस मकान में जिसमें वह लोग किराए से रह रहे हैं, कमरे का दरवाजा अन्दर से बंदकर वह गले में दुपट्टा बांधकर फांसी पर झूल जाती है | आदिल खान इस नज़ारे को देखकर रफूचक्कर हो जाता है | रोता बिलखता 12 वर्षीय बेटा कोतवाली जाकर अपनी माँ के साथ घटित इस घटना की जानकारी देता है | पुलिस को कमरे में एक डायरी मिलती है, जिसमें लिखा है -

रोज रोज मरने से तो एक बार मरना बेहतर है |

अहम् सवाल यह है कि मंजु के साथ हुए अन्याय का दोषी कौन ? उसका पहला पति मुरारी कुशवाह, उसके साथ धोखे से शादी करने वाला आदिल खान या फिर संवेदनहीन पुलिस और हमारा यह तंत्र ?

और सबसे बड़ा सवाल - उन दोनों बच्चों का क्या होगा ? क्या निशा भी मेहरुन्निसा बन ऐसे ही किसी जिल्लत का शिकार बनेगी ?
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