नरेन्द्र मोदी से पहले भी भारत में बन चुके है इंसानों के मंदिर !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात से गहरा धक्का पहुंचा कि उनके नाम पर कोई मंदिर बनाया गया है. उन्होंने तुरंत इस प्रक्रिया को रोकने की अपील की, जिसका कुछ असर भी दिखा. लेकिन वो अकेले नहीं हैं. हमारे देश में ऐसे कई दिग्गज हैं, जिनके नाम और मूर्तियों के साथ मंदिर बने और बाकायदा पूजा-अर्चना भी हुई


आइये जानते है कि नरेन्द्र मोदी के मंदिर से पहले किस किस का मंदिर बनाया जा चुका है :-


गाँधी मंदिर, संबलपुर,ओड़िसा 


गाँधी जी को समर्पित यह मंदिर आपको उड़ीसा के सम्बलपुर में मिलेगा और किसी भी धर्म-जाति से ताल्लुक़ रखने वाले लोग इसमें जा सकते हैं




रजनीकांत , कोटिलिंगेश्वर मंदिर, कोलर, कर्नाटक

कर्नाटक के कोलर ज़िले में कोटिलिंगेश्वर मंदिर में विशेष सहस्र लिंगम बनाया गया है, जो रजनीकांत के प्रशंसकों ने उनके सम्मान में बनाया गया 






अमिताभ बच्चन , दक्षिण कोलकाता

दक्षिणी कोलकाता में बने इस विशेष मंदिर में अमिताभ चालीसा रोज़ नियम से पढ़ी जाती है. मंदिर के भीतर आपको वो सैंडल मिलेंगे, जो बिग बी ने अग्निपथ फिल्म में पहने थे. साथ ही वो कुर्सी भी, जो उन्होंने अक्स में इस्तेमाल की थी

सचिन तेंदुलकर, कैमूर, बिहार



क्रिकेट के भगवान का मंदिर देखना है, तो आपको बिहार के कैमूर ज़िले की सैर करनी होगी. सफेद संगेमरमर से बनी उनकी प्रतिमा भारतीय क्रिकेट टीम की आधिकारिक नीली ज़र्सी पहने है और इसका वज़न 850 किलोग्राम है


सोनिया गाँधी , मलियल




तेलंगाना बना, तो वहां के कांग्रेसी नेताओं ने मलियल में उनके नाम पर एक मंदिर बना दिया है. इसमें सोनिया गांधी की 9 फुट की तांबे से बनी प्रतिमा तैयार है




एमजीआर मंदिर, नथामेडू, तमिलनाडु



तमिलनाडू के नथामेडू में जब मरुथुर गोपालन रामचंद्रन का मंदिर बना, तो पूर्व एक्टर और मुख्यमंत्री को सम्मान देने के लिए 2011 में लोगों की लंबी कतारें लग गईं






वाय एस राजशेखर रेड्डी ,आन्ध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के निधन के बाद राज्य में उनके नाम पर कई मंदिर बन गए. विशाखापटनम ज़िले के राजगोपालपुरम गांव और खम्मम ज़िले के वानम वरी किस्तापुरम गांव में उनके मंदिर मौजूद हैं



खुशबू

1990 के दशक में उनके दीवानों ने एक मंदिर बनाया, लेकिन हाल में जब 2005 में शादी से पहले सेक्स और एड्स को लेकर बयान दिया, तो वही मंदिर ज़मींदोज़ कर दिया गया






नमिता

तमिलनाडू के तिरुनलवेल्ली में दक्षिण भारतीय फिल्मों की तारिका का मंदिर बनाया गया. गुजरात में पैदा हुई यह पंजाबी युवती 35 से ज्‍़यादा फिल्मों में काम कर चुकी है






ममता कुलकर्णी

1990 के दशक में ममता ने फिल्मी दुनिया में धमाकेदार एंट्री से चौंका दिया था. आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में प्रशंसकों ने उनके नाम पर मंदिर बना दिया






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