गोस्वामी की छुट्टी के बाद एल सी गोयल बने देश के नए गृह सचिव !

सारधा घोटाले के आरोपी व पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी कथित रूप से रुकवाने के उनके प्रयास को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने बुधवार की देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया ! अब उनके स्थान पर 1979 बैच के केरल काडर के आइएएस अधिकारी एलसी गोयल नये केंद्रीय गृह सचिव होंगे !

आरोप है कि गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने सीबीआई को फोन कर पूर्व केंद्रीय मंत्री मंतग सिंह की गिरफ्तारी रोकने को कहा था ! अनिल गोस्वामी ने सीबीआई के अधिकारियों को फोन करने की बात स्वीकारी भी है ! बताया जाता है कि गोस्वामी असम के विवादित नेता मतंग सिंह के काफी करीब थे ! नरसिम्हा राव सरकार में मंत्री रहे मंतग सिंह का नाम पश्चिम बंगाल के शारदा घोटाले में आया था ! शनिवार को सीबीआई ने उन्हें कोलकाता से गिरफ्तार किया था !

सरकार ने अपनी ओर से आरोप की पुष्टि करने के बाद गोस्वामी को पद से इस्तीफा देने के लिए कहा था ! पिछले महीने 60 साल के हो चुके गोस्वामी का कार्यकाल 30 जून तक था ! गोस्वामी 1978 बैच के जम्मू-कश्मीर कैडर के आईएएस अफसर थे और उन्हें यूपीए के कार्यकाल में गृह सचिव बनाया गया था !

राज्य की दूसरी चिटफंड कंपनियों के ठिकानों पर सीबीआइ के छापे

सारधा घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने राज्य की दूसरी चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है. बुधवार को जांच एजेंसी ने रियल टय़ूलिप इंडिया लिमिटेड के दफ्तरों व कुछ निदेशकों के फ्लैट पर छापे मारे ! छापेमारी में बैंकों के कागजात समेत कई दस्तावेज जब्त किये गये ! सूत्रों का कहना है कि सेबी व आरबीआइ के नियमों की अनदेखी कर कंपनी ने बाजार से करोड़ों रुपये जुटाये ! सीबीआइ की कार्रवाई की भनक लगते ही कंपनी के अधिकारी दफ्तर बंद कर भूमिगत हो गये !
सॉल्टलेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स व निजाम पैलेस स्थित सीबीआइ दफ्तर से कुल 14 टीमें कोलकाता व राज्य के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के लिए निकली ! उत्तर 24 परगना के बैरकपुर, सोदपुर, इच्छापुर, कोलकाता के टॉलीगंज, यादवपुर, बाइपास व साल्टलेक के कुछ जगहों पर तलाशी अभियान चलाया गया ! सूत्रों के मुताबिक, टॉलीगंज के रानीकुठी में सीए चिन्मय घटक, इच्छापुर में कंपनी के निदेशक प्रसेनजीत सील व तीर्थ हल्दर, बैरकपुर में निदेशक मलय गुहा के घर व दफ्तर पर छापे मारे गये ! इनसे पूछताछ भी की गयी ! हालांकि कंपनी का प्रमुख मालिक फरार होने में कामयाब हो गया ! जांच में सुबूत हाथ लगने पर दो महीने पहले कंपनी के खिलाफ एफआइआर दायर किया गया था ! कंपनी के मुख्य मालिक से पूछताछ के लिए उसकी तलाश जारी है ! फिलहाल उसका अभी तक पता नहीं चल सका है, उसके घरवालों से पूछताछ की गयी है !





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