प.बंगाल का बहुचर्चित सारधा घोटाला - अभिनेता मिथुन की स्वीकारोक्ति


Mithun Chakraborty, enemmy: Mithun Chakraborty plays a CBI officer who can be relied upon whenever the city faces problems from the underworld.
हिन्दुस्तान टाईम्स में प्रकाशित एक समाचार के अनुसार अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने प्रवर्तन निदेशालय को बताया है कि उन्हें सारधा चिट फंड घोटाले के मुख्य सूत्रधार सुदीप्ता सेन ने बिना किसी औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर किये 1.76 करोड़ रुपये का भुगतान किया था | यह राशि उन्हें अपने चेनल 10 न्यूज चैनल पर एक बांग्ला चेट शो “बांग्ला बोलाचे सोंगे मिथुन” की मेजबानी के लिए फीस के रूप दी गई ।
मिथुन चक्रवर्ती वर्तमान में तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य है | चक्रवर्ती ने जुलाई में दिए गए अपने लिखित बयान में प्रवर्तन निदेशालय को बताया कि उनके एक पूर्व परिचित पत्रकार कुणाल घोष ने कोलकता के सोनार बांग्ला होटल में नवम्बर 2010 में उन्हें सेन से पहली बार मिलवाया था | स्मरणीय है कि कुणाल घोष भी सारधा घोटाले का अभियुक्त है तथा तृणमूल का निलंबित सांसद है | 
मिथुन ने बताया कि सेन ने 5 नवम्बर 2010 को एक पत्र लिखकर उन्हें इस कार्य के लिए नियुक्त किया | पत्र में भुगतान संबंधी विस्तृत औपचारिक समझौते का विवरण था | पत्र के साथ 10 लाख रुपये का एक अग्रिम चेक भी दिया गया था | लेकिन कोई औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किये गए ।
मिथुन चक्रवर्ती को पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बैनर्जी का नजदीकी माना जाता है | मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें सारधा समूह की कथित धोखाधड़ी और पोंज़ी योजनाओं की जानकारी नहीं थी | 
उनका कहना था कि उनका BMPL फर्म के साथ "कोई समझौता नहीं" था, जो घोटाले की मुख्य आरोपी मानी जाती है तथा जिसने कथित तौर पर उन्हें बकाया 24 लाख रुपये प्रदान किये और जिसके लिए उन्होंने "उचित करों" का भी भुगतान किया था | बाद में मिथुन चक्रवर्ती ने जनवरी 2012 में BMPL के साथ संबंध तोड़ लिए।


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