आखिर कौन मारेगा दिल्ली की बाजी ?

दिल्ली में होने वाले विधान सभा चुनाव का प्रचार गुरुवार को ख़त्म हो गया ! विधान सभा की 70 सीटों के लिए शनिवार यानी सात फरवरी को मतदान होगा ! ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि दिल्ली की जंग कौन जीतेगा ? दिल्‍ली विधानसभा चुनाव जितने दिलचस्‍प इस बार हैं पहले कभी नहीं थे ! कहीं पर दो दोस्त आमने-सामने हैं तो कहीं पर ससुर-दामाद तो कहीं पर एक ही कुनबा चुनावी जीत के लिए चुनावी पाशा फेंक रहे हैं ! चुनाव के इस समर में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के अलावा बहुजन समाज पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं !

प्रचार ख़त्म होने के बाद सभी दलों की ओर से प्रेसवार्ता का दौर शुरू हो गया है ! बीजेपी, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस सहित सभी पार्टियां पिछली बार की तुलना में इस विधान सभा के चुनाव में अपनी पार्टी के बेहतर प्रदर्शन का दावा कर रहीं है ! कौन जीतेगा दिल्ली का रण इस सवाल का असली जवाब 10 फरवरी को मिलेगा, लेकिन इस समय नतीजों से पहले नतीजे को झांकने और परखने का मामला अपने चरम पर है !

वर्ष 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 32 सीटें मिली थीं और बहुमत से चार सीट कम होने के कारण सत्ता में आने से चूक गयी थी ! आम आदमी पार्टी को 28 और कांग्रेस को 8 सीटें मिली थीं ! दो सीटें अन्य की झोली में गई थीं ! आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर 49 दिनों की सरकार बनायी थी !

आइये हम भी देखें एबीपी न्यूज़-नीलसन, टीएनएस, सी-फोर, सिसेरो, तालीम, सी-वोटर, न्यूज़ नेशन और डेटा मिनेरिया के ओपिनियन पोल के आंकड़ों पर आधारित अनुमान !


1. एबीपी न्यूज़- नीलसन

आप= 35
बीजेपी= 29
कांग्रेस= 06
अन्य= 00



2. इंडिया टीवी- सी वोटर

आप= 31
बीजेपी= 36
कांग्रेस= 02
अन्य= 01



3. न्यूज़ नेशन

आप= 30-34
बीजेपी= 31-36
कांग्रेस= 02-05



4. ज़ी न्यूज़- तालीम

आप= 34
बीजेपी= 32
कांग्रेस= 04



5. इकॉनोमिक्स टाइम्स - टीएनएस

आप= 36-40
बीजेपी= 28-32
कांग्रेस= 02-04



6. आईबीएन- डेटा मिनेरिया

आप= 27
बीजेपी= 36
कांग्रेस= 7



7. दवीक-आइएमबीआर

आप= 29
बीजेपी= 36
कांग्रेस= 4


इसके आलावा रिसर्च एंड डेवलपमेंट इनिशिएटिव (आरडीआइ) ने अब तक के सबसे बड़े सैंपल के साथ भाजपा को 41-45 सीटें और आप को 21-25 सीटें मिलने का संभावना जताई है। इससे पहले एक सर्वे में इसके उलट आकलन किया गया था। पूरे आकलन में कांग्रेस को अधिकतम चार सीटें मिलने का अनुमान है। 23 से 30 जनवरी के बीच किए गए आरडीआइ सर्वे का मानना है कि दिल्ली में भाजपा की मजबूत सरकार बनेगी। जातिगत आधार पर वोटरों का रुझान दिखाते हुए आकलन किया गया है कि ब्राह्मण, राजपूत, वैश्य, पंजाबी, त्यागी, जाट, गुर्जर आदि वर्गो में जहां 53-59 फीसद वोट भाजपा के खाते में आ रहा है वहीं मुस्लिम और क्रिश्चियन वर्गो से भी 21-30 फीसद वोटर भाजपा की सरकार चाहते हैं !

दरअसल सर्वे के अनुसार यह अब तक के सबसे बड़े सैंपल को आधार बनाकर किया गया है। इसमें दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्र में से प्रत्येक में तीन-तीन सौ लोगों को बतौर सैंपल लिया गया है। इस लिहाज से 21 हजार से लोगों से बात हुई और उसकी तीन स्तर पर जांच की गई। कुल मिलाकर 45.6 फीसद पुरुष और 44.7 फीसद महिलाएं भाजपा सरकार चाहती हैं। आप के मुकाबले यह लगभग छह फीसद ज्यादा है और यही संकेत पसंदीदा मुख्यमंत्री को लेकर भी है।

आरडीआइ के सर्वे के अनुसार 46 फीसद लोग किरण बेदी को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं और 40 फीसद अरविंद केजरीवाल को। जबकि कांग्रेस के अजय माकन को 12 फीसद लोगों को समर्थन मिला है।

ध्यान रहे कि इससे पहले कुछ चैनलों ने आप को बहुमत दिया था तो कुछ ने भाजपा को बहुमत के करीब दिखाया था। लेकिन आरडीआइ का सर्वे भाजपा कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर सकता है।

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