मेरा भारत महान - रायसेन जिले की बरेली तहसील


रायसेन जिले की बरेली तहसील में तेंदोनी नदी का उद्गम एक विशेष स्थान है ! एक कुंड से नदी की छोटी सी जलधारा निकली है ! इस नदी में वर्ष भर पानी रहता है ! लोकोक्ति के अनुसार यहाँ पांडवों द्वारा यज्ञ किया गया था ! दर्शनीय स्थल सोडानी धाम पर एक प्राचीन हनुमान मंदिर है जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालू आते हैं ! पुरातत्व महत्व के स्थल त्रिलोकचन्द्र पर काले पत्थर के विशाल मंदिर के ध्वंसावशेष हैं ! सिलवानी में पहाड़ी की ऊंची चोटी पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर पर हर वर्ष वसंत पंचमी पर मेला भरता है ! बरेली तहसील के बगलबाडा में लगने बाले मेले का उल्लेख नर्मदा पुराण में आता है ! कहा जाता है कि पांडवों ने यहाँ यज्ञ किया था जिसके कारण इस क्षेत्र में आज भी यज्ञ की सफ़ेद भभूत निकलती है ! बाडी में हिगलाज़ देवी का प्राचीन मंदिर, जामगढ़ में जाम्बवंत की गुफा श्रद्धालुओं की आस्था के केन्द्र हैं ! उदयगिरी पर स्थित गणेश प्रतिमा के विषय में मान्यता है कि बह लगातार वृद्धिगत हो रही है ! विन्ध्याचल पर्वत माला में बाडी स्थित मृगेन्द्रनाथ की गुफा में दो किमी तक तो आसानी से जाया जा सकता है किन्तु उसके आगे दुरूह होने के कारण लम्बाई का अनुमान कठिन है ! इस गुफा में अंधकार रहता है किन्तु गुफा की मिट्टी अत्यंत कोमल है ! इसे सिद्ध स्थल माना जाता है !

१४ जनवरी १९४९ को भोपाल रियासत के भारत में विलीनीकरण कि मांग को लेकर हुए आंदोलन में अनेक लोग शहीद हुए | इन लोगों की स्मृति में बोरास कसबे में एक शहीद स्मारक बनाया गया है जहां प्रतिवर्ष मकर संक्रांति को श्रद्धांजली कार्यक्रम होता है ! आचार्य रजनीश का जन्मस्थान कुचबाडा उदयपुरा तहसील में है ! एसी मान्यता है कि जंगल में स्थित कंकाली माता के मंदिर पर भजन पूजन के बाद वर्षा अवश्य होती है !

सिंचाई के पर्याप्त साधन होने के कारण इलाके में उन्नत कृषि है ! उन्नत किस्म के चावल उत्पादन में क्षेत्र की प्रसिद्धि है !

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