जानिए व्हाट्स एप्प से जुडी कुछ बातों को


 

कहीं आपका व्हाट्स एप्प हो तो नहीं रहा ट्रैक ?

आजकल हैकर्स व्हाट्‍सएप को ट्रैक करने के लिए एक विशेष प्रकार के सॉफ्टवेयर का उपयोग कर रहे हैं। इस सॉफ्टवेयर की मदद से हैकर्स व्हाट्‍सएप की डिजाइन में सेंध लगाते हैं और पता कर लेते हैं कि आप ऑनलाइन हो या ऑफलाइन।

ऐसे में आपके स्टेटस के ट्रैक होने की आशंकाएं ज्यादा बढ़ जाती हैं। और जो भी हैकर आपका व्हाट्‍सएप ट्रैक कर रहा है, आपका स्टेटस व फोटो बदल सकता है। इसका प्रभाव आपकी जिंदगी में खलबली मचा सकता है। यह पहली बार नहीं है कि व्हाट्‍सएप में गड़बड़ी आई है बल्कि 2013 में इसी प्रकार की गड़बड़ी देखी गई थी। 2013 में बहुत से ऐसे नंबर व्हाट्‍सएप में जुड़ गए थे जिनसे असल में व्हाट्‍सएप इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था।

व्हाट्स एप्प में आये बग से सावधान

सुरक्षा रिसर्चरों के अनुसार का कहना है कि व्हाट्‍सएप में एक बग आ गया है। इसके चलते यूजर्स की प्रोफाइल फोटोज कोई भी देख पा रहा है। चाहे उन्होंने अपनी प्रोफाइल को सिर्फ दोस्तों के लिए ही अनलॉक क्यों न कर रखा हो।

खबरों की मानें तो एक रिसचर्स ने यह बग खोजा है। यह बग फोन ऐप के नए वेब इंटरफेस के साथ ठीक से सिंक न हो पाने के कारण आया है। यूजर्स व्हाट्‍सएप पर जाकर अपनी प्रोफाइल पिक्चर की प्राइवेसी तो सेट कर पा रहे हैं, लेकिन इस बग के चलते लोग प्राइवेसी सेटिंग्स के बावजूद उन लोगों की फोटोज दूसरों को दिख रही हैं।

वेब ऐप के जरिए यूजर्स वे फोटोज भी देख सकते हैं जो डिलीट की जा चुकी हैं, वहीं फोन ऐप पर वे फोटोज ब्लर हो जाती हैं। सिक्योरिटी एक्सपर्ट ग्राहम क्लूली ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि यह कोई बहुत गंभीर प्राइवेसी ब्रीच नहीं है, लेकिन गड़बड़ तो है। बात दरअसल यह है कि व्हाट्‍सएप यूजर अपनी प्रोफाइल पिक्चर को प्राइवेट रखना चाहते हैं और उन्हें उम्मीद है कि व्हाट्‍सएप उनकी इच्छाओं की कद्र करेगा और सिर्फ उनके जानने वालों को ही उनकी फोटोज दिखेंगी। व्हाट्‍सएपका वेब क्लायंट 21 जनवरी लांच हुआ था। एक तरफ जहां इसे लेकर यूजर काफी खुश थे, वहीं इसमें फंक्शन्स की कमी और सीमित कम्पैटिबिलिटी ने निराश भी किया है।

व्हाट्‍सएप यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबरी

एंड्रॉयड पुलिस वेबसाइट अनुसार इस कॉलिंग फीचर को चुने हुए यूजर्स के लिए फिर से शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह यूजर्स अपने दोस्तों को इन्विटेशन भी भेज सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्लेस्टोर 2.11.531 व व्हॉट्सएप वर्जन 2.11.528 के यूजर्स जिन्हें इस एप पर कॉलर आइकॉन दिखाई देगा, ये लोग इस फीचर का प्रयोग कर सकते हैं। ऐसे यूजर जो इस फीचर को पहले ही एक्टिवेट कर चुके हैं, वे लोग मुफ्त कॉल तो कर सकते हैं लेकिन इनवाइट नहीं भेज सकते हैं।

व्हॉट्सएप ने फीचर की टेस्टिंग के चलते हाल ही इसे डिएक्टिवेट कर दिया था। उल्लेखनीय है कि पीयर टू पीयर कॉलिंग में हालांकि वाइबर, हाइक, लाइन और स्काइप जैसे एप पहले से ही मौजूद हैं लेकिन अपने 7 करोड़ के यूजर बेस के चलते व्हाट्‍सएप इन पर भारी पड़ रहा है।

   

 



  
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