पाकिस्तान को चाहिए कि वह लखवी को यातो भारत को सोंपे या अंतरराष्ट्रीय अदालत को सोंपे - अमरीकी सेनेटर

Hand over Lakhvi to India or international court: US tells Pakistan: Lakhvi and six others have been charged with planning and executing the Mumbai attack in November 2008 that left 166 people dead. Photo: Reuters

नवम्बर 2008 को मुम्बई हमले के प्रमुख मास्टर माईंड जकी-उर-रहमान लखवी को लेकर एक प्रभावशाली अमेरिकी सीनेटर ने पाकिस्तान पर कड़ी टिप्पणी की है | उग्रवादी समूहों पर कार्यवाई करने में विफल रहने को लेकर पाकिस्तान की आलोचना करते हुए अमेरिकी सदन की शक्तिशाली विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष एड रॉयस ने कहा है कि वह अविलम्ब मुंबई हमले के मास्टरमाइंड जकी-उर-रहमान लखवी को या तो भारत को सोंपे, अथवा उसके द्वारा मानवता के खिलाफ किये गए अपराधों के लिए उसे हेग के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में प्रस्तुत करे ।

एक द्विदलीय कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए एड रॉयस ने कहा कि पाकिस्तान को 26/11 के मुंबई हमले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को क़ानून के दायरे में लाना चाहिए | उन्होंने यह भी कहा है कि “चिंता का एक प्रमुख कारण यह भी है कि खाड़ी के देशों के कुछ परिवार पाकिस्तान में 600 देवबंदी स्कूलों का वित्त पोषण कर रहे हैं । रायस ने इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) की आलोचना करते हुए कहा कि आतंकवाद क्षेत्र में एक प्रमुख खतरा है, अतः उसका सामना करने के लिए नागरिक सरकार को मजबूत करने की आवश्यकता है | जबकि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का आचरण और व्यवहार इसके विपरीत है | 

स्मरणीय है कि पिछले महीने एक पाकिस्तानी आतंकवाद विरोधी अदालत ने निचली अदालत द्वारा लखवी को दी गई जमानत के खिलाफ सरकार की अपील पर सुनवाई एक महीने के लिए स्थगित कर दी थी। रॉयस ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और इस क्षेत्र में आतंकवाद के खतरे सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

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