भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, कार्यसमिति सदस्य मनोनीत


भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यसमिति के सदस्य की घोषणा की है, साथ ही शेष कार्यसमिति पूर्व की तरह यथावत रखी गयी है। सूची निम्नानुसार है:-

प्रदेश उपाध्यक्ष:- श्री दिलीप सिंह भूरिया, श्री रघुनंदन शर्मा, श्री राकेश सिंह, सुश्री ऊषा ठाकुर, श्रीमती अंजू माखीजा, श्रीमती अनुसुईया उईके, श्री वेद प्रकाश शर्मा, श्री अजयप्रताप सिंह, श्री विजेश लूनावत व श्री मनोरंजन मिश्रा।

प्रदेश संगठन महामंत्री:- श्री अरविन्द मेनन।

प्रदेश महामंत्री:- श्री विनोद गोटिया, श्री बंशीलाल गुर्जर, श्री अरविन्द भदौरिया व श्री मनोहर उंटवाल।

प्रदेश मंत्री:- श्री गणेश सिंह, श्री मदन मोहन गुप्ता, श्री तपन भौमिक, श्रीमती पद्मा शुक्ला, सुश्री राजो मालवीय, श्रीमती संपतिया ऊईके, श्रीमती नीता पटैरिया, श्री सरतेन्दु तिवारी, श्रीमती संध्या राय व श्रीमती (डा.) विनोद पंथी।

प्रदेश कोषाध्यक्ष:- श्री चेतन कष्यप।
प्रदेश कार्यालय प्रभारी:- श्री गोविन्द आर्य।
प्रदेश कार्यालय मंत्री:- श्री सत्येन्द्र भूषण सिंह।
प्रदेश सह कार्यालय मंत्री:- श्री राजेन्द्रसिंह राजपूत
प्रदेश मीडिया प्रभारी:- श्री हितेष वाजपेयी।
प्रदेश सह मीडिया प्रभारी:- श्री संजय खोचे।

प्रवक्ता:- श्री विजेन्द्र सिंह सिसोदिया, श्री बाबूसिंह रघुवंशी, श्री विश्वास सारंग, श्री रामेश्वर शर्मा, डा. दीपक विजयवर्गीय व श्री रूप पमनानी।

न्यूज चैनल पर डिबेट हेतु पैनलिस्ट नेतागण:- श्री प्रहलाद पटेल, श्री राकेश शर्मा, श्री गोविन्द मालू, श्री शैलेन्द्र शर्मा, श्री प्रकाश मीरचंदानी, श्री शैलेन्द्र प्रधान, सुश्री राजो मालवीय, श्री रजनीश अग्रवाल, श्रीमती सुखप्रीत कौर, श्री शैलेन्द्र ठाकुर संभागीय, श्री राज चड्डा संभागीय एवं डा दिव्या नागपाल गुप्ता। 

प्रदेश कार्यसमिति सदस्य:- श्री ध्रुवनारायण सिंह एवं शेष कार्यसमिति पूर्व की तरह यथावत रहेगी।


संतुलित एवं समन्वित कार्यकारिणी से संगठन मजबूत होगा

- डॉ. विनय सहस्रबुद्धे
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश संगठन प्रभारी डॉ.विनय सहस्रबुद्धे ने प्रदेश कार्यकारिणी के गठन पर नवागत पदाधिकारियों को बधाई दी है।

उन्होंने कहा कि नवागत कार्यकारिणी के गठन में मध्यप्रदेश के समस्त अंचल का संतुलित एवं समन्वित ध्यान रखा गया है, साथ ही हर वर्ग को समुचित प्रतिनिधित्व मिला है। नवागत पदाधिकारियों की क्षमताओं का संगठन को लाभ होगा और मध्यप्रदेश का संगठन और मजबूत होगा।

संसाधन सम्पन्न भारत के ग्रामों की गरीबी का कारण खेती पर बढ़ा जनसंख्या का बेजा दबाव है

-श्री अरविन्द भदौरिया

भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश महामंत्री श्री अरविन्द भदौरिया ने कहा कि संसाधन सम्पन्न होते हुए देश की खेतीहर अर्थव्यवस्था लगातर जर्जर होते जाने का एक मात्र कारण यही है कि ग्रामीण भारत की निर्भरता सिर्फ खेती पर अवलंबित होकर रह गई है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी,एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय और किसान नेता चरण सिंह ने कृर्षि के साथ सहायक उद्योगों और षिल्पों को प्रोत्साहित किये जाने की आवष्यकता रेखांकित की थी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक का लक्ष्य गांव की सामाजिक आर्थिक स्थिति में सुखद बदलाव लाना, ग्रामीण भारत की 60 प्रतिशत आबादी को आम शहरियों के समान सुख सुविधाएं सुनिष्चित करना और खेती पर लगातार बढ़ रहा आबादी का दबाव कम करना है।

उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में संशोधन आवष्यक हो गया है, क्योंकि 2013 में बने कानून में किसानों का हित सर्वोपरि दिखने के नाम पर ग्रामीण क्षेत्रों की अधोसंरचना करने का रास्ता ही बंद कर दिया गया है। हाट, सड़कें, नगर बांध, बिजलीकरण के लिये जमीन चाहिए। लेकिन अधिग्रहण की शर्ते ऐसी कर दी कि काम ठप्प हो गया। अंग्रेजों की तरह गैर कृषि कार्यों के लिये अधिग्रहण असंभव बना कर किसानों की प्रगति का मार्ग अवरूद्ध किया गया है। संशोधन करके किसान को बाजार भाव से चौगुना देने का प्रावधान किया गया है, इससे गांवों में विकास की रोषनी आयेगी। किसान परिवार के बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, प्रशासकीय अधिकारी बन सके। मेक इन इंडिया अभियान में गांवों का औद्योगीकरण होने से कृषि आधारित उद्योग लगेंगे। कृषि और उद्योगों में संतुलन आने से गांवों की दशा सुधरेगी। खेती पर आबादी की निर्भरता कम होने से किसानों की आमदनी में इजाफा होगा। श्री अरविन्द भदौरिया ने कहा कि किसानों के हित की आड़ में राजनीति करके राजनैतिक दल संशोधन का विरोध करके किसानों को उनके वास्तविक हको से वंचित करने का अन्याय न करे।

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