आसमां में दो चाँद


क्या पृथ्वी पर एक दूसरा चांद भी है ! हां, आपने सही पढ़ा। हम किसी चंद्रमुखी की शान में कसीदे नहीं पढ़ रहे है | आसमां में चमकने वाले चाँद का ही जिक्र कर रहे हैं | आश्चर्य कि रात को आसमान में हम एक के स्थान पर दो दो चाँद चमकते दिखाई देंगे | जी हाँ एक के स्थान पर दो चाँद |

शोधकर्ताओं ने 1997 में 3753 क्रुथने नामक पिंड का पता लगाया जो पृथ्वी से दिखाई दिया । यह चंद्रमा या अन्य ग्रहों के समान अंडाकार कक्षा में परिक्रमा करने के स्थान पर एक अर्ध-कक्षीय उपग्रह के रूप में दिखाई दिया । यह अद्भुत तरीके से पृथ्वी के चारों छोरों से देखा गया | इसका चक्र अपेक्षाकृत छोटा और अधिक केंद्रीकृत है ।

डिस्कवर पत्रिका के अनुसार, यदि आप सौर प्रणाली में क्रुथने की गति पर नजर डालें तो यह पृथ्वी की कक्षा के चारों ओर अव्यवस्थित अंगूठी के समान घूमता है | इसका चक्र इतना व्यापक होता है कि वह शुक्र और मंगल दोनों के पड़ोस में दिखाई देता है | ऐसा लगता है मानो क्रुथने अपनी कक्षा में "घोड़े की नाल" की तरह परिभ्रमण कर रहा हो | बैसे सौर प्रणाली में ऐसा परिभ्रमण अक्सर देखा भी जाता है | शनि के कई चन्द्रमा इसी प्रकार परिभ्रमण करते हैं ।

क्रुथने सूर्य की कक्षा में तो अपना चक्र एक वर्ष में पूर्ण करता है, किन्तु पृथ्वी के चारों ओर घोड़े की नाल के आकार में अपना चक्र पूर्ण करने में उसे लगभग 770 साल लग जाते हैं। वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि भविष्य में किसी विन्दु पर क्रुथने विनाशकारी ढंग से पृथ्वी के साथ टकरा भी सकता है और यहां तक ​​कि यह प्रलय का कारण भी बन सकता है । किन्तु अभी डरने जैसी कोई बात नहीं है, आप राहत की सांस ले सकते हैं | क्योंकि अगर यह हुआ भी तो इसके पृथ्वी के सबसे नजदीक होने का जो समय वैज्ञानिक मान रहे है, वह है 2750 साल बाद ।

और अगर आप इसे आसमां में चमकते देखना चाहते हैं तो उसके लिए भी आपको जुलाई 2292 तक इंतज़ार करना पड़ेगा ।

आधार - http://i.imgur.com/zExAZlX.gif


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