कश्मीर में मूर्खता की पराकाष्ठा - ऐतिहासिक शंकराचार्य हिल को बना दिया गया 'तख्त ए सुलेमान'


विगत दिनों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने श्रीनगर में डल झील के नजदीक स्थित शंकराचार्य हिल का नाम बदलकर 'तख्त-ए-सुलेमान' कर दिया | एएसआई ने पर्यटक सूचना पट्टिका पर शंकराचार्य हिल के इतिहास की एक बेतुकी और भ्रामक प्रस्तुति की है । इसमें बताया गया है कि इस पहाडी पर कभी यहूदियों का कब्जा था इसलिए इसका नाम 'तख्त ए सुलेमान' या 'सुलैमान का सिंहासन' किया गया है ।
जबकि वस्तुस्थिति यह है कि शंकराचार्य पहाड़ी पर स्थित संरचना का निर्माण भारत में इस्लाम के आने से भी सदियों पहले का है | शंकराचार्य ने सम्पूर्ण देश की यात्रा कर देश के चार कोनों पर शारदा पीठ की स्थापना की थी | उसी समय से अर्थात विगत तेरह सौ वर्षों से इस पहाडी को 'शंकराचार्य पहाड़ी' कहा जाता रहा है। किन्तु इसका कोई उल्लेख तक इस पट्टिका में नहीं किया गया | इसके बजाय इसे मुगल संरचना बताकर जीर्णोद्धार की बात कही गई है । प्रतिष्ठित भारतीय, अमेरिकी और यूरोपीय विद्वानों ने भी अपनी पुस्तकों में इस पहाडी को शंकराचार्य पहाड़ी ही उल्लेखित किया था ।
स्पष्ट ही यह तुष्टीकरण का एक शर्मनाक कृत्य है। इतिहास को विकृत किये जाने वाले इस मूर्खतापूर्ण कृत्य से हिन्दू और मुसलमान दोनों ही आहत होंगे | जेरूसलम के बारे में कौन नहीं जानता ? वहां के मुस्लिम, यहूदी संघर्ष से कौन वाकिफ नहीं है ? इतिहास को फिर से लिखने के पीछे कौनसा राजनीतिक हित हो सकता है, यह समझ से परे है | एएसआई के कुछ अधिकारी ही अगर इस संवेदनशील विषय के पीछे है, तो सवाल उठता है कि क्या नौकरशाही तंत्र पर इतनी हावी हो गई है?
इंटरनेट के माध्यम से जागरूक नागरिक बड़ी संख्या में इस पहाडी का नाम पुनः 'शंकराचार्य हिल' करने के लिए निम्नांकित साईट पर अपील कर रहे हैं –
http://www.indiafacts.co.in/post10/#sthash.Y2C1NvkD.6Hf009GA.dpbs


इस अपील के माध्यम से अतिरिक्त महानिदेशक डॉ बी आर मणि निदेशक (अन्वेषण और खुदाई), हाजी डॉ सैयद जमाल हसन निदेशक (पुरातत्व संस्थान), सुश्री शुभ्रा प्रमाणिक और 10 अन्य को पक्षकार बनाया गया है |
LETTER TO
Additional Director General Dr. B. R. Mani
Director (Exploration & Excavation) Haji Dr. Syed Jamal Hasan
Director (Institute of Archaeology) Ms. Subhra Pramanik
and 10 others
Director (CEP & Publication) T.R Sharma
Director (Museum & 


एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें