शरद यादव की झल्लाहट जारी, अब कनिमोझी की जगह स्मृति ईरानी की बारी

sharad yadav માટે છબી પરિણામ

शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद में शरद यादव से आग्रह किया कि वे भविष्य में बैसी टिप्पणी न करें, जैसी कि अभी पिछले दिनों दक्षिण भारतीय महिलाओं को लेकर की थी | किन्तु उनका आग्रह मानने के स्थान पर शरद यादव भड़क उठे और गुस्से में आगबबूला होकर बोले – “मैं जानता हूँ, तुम क्या हो ?”

जनता दल (यूनाइटेड) या JDU के शीर्ष नेता शरद यादव सांवली महिलाओं को लेकर शुक्रवार को की गई अपनी अमर्यादित टिप्पणी पर ज़रा भी शर्मिन्दा नहीं थे | उलटे उन्होंने उसे फिर दोहराया | इतना ही नहीं तो उस मुद्दे पर संसद में बहस की मांग कर डाली | उनका कहना था कि सांवली महिलायें दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले भारत में अधिक हैं | और उनको लेकर मैंने जो कहा है उस पर संसद में बहस को तैयार हूँ ।

द्रमुक सांसद कनिमोझी ने एक बार फिर अपना विरोध व्यक्त किया | वे शरद यादव के उस रिमार्क पर नाराजगी जाहिर कर रही थीं जिसमें उन्होंने कहा था कि “आपका भगवान तो रविशंकर प्रसाद की तरह सांवला है, लेकिन वैवाहिक विज्ञापन में गोरी वधु पर जोर दिया जाता है | दक्षिण भारतीय महिलायें भी अपने शरीर के समान ही खूबसूरत होती हैं |”

संसद में जब स्मृति ईरानी ने यह आग्रह किया कि “मैं जेंटिलमेन से आग्रह करती हूँ कि वे महिलाओं के त्वचा के रंग को लेकर इस प्रकार कमेन्ट न करें, शरद यादव ने उत्तेजित होकर कहा कि “मैं जानता हूँ कि तुम क्या हो” |

स्मरणीय है कि शरद यादव ने यह बयान उस समय दिया था जब संसद में बहस बीमा विधेयक पर चल रही थी | स्वाभाविक ही उस विषय से महिलाओं के रंग और रूप का कोई सम्बन्ध नहीं था | किन्तु हमारे राजनेता किस प्रकार देश का ध्यान महत्वपूर्ण मुद्दों से भटकने में माहिर होते हैं | देश के नीति नियंता किस प्रकार गंभीर विषयों के स्थान पर महत्वहीन मुद्दों को चर्चा का केंद्र बिंदु बना देते हैं | यह प्रकरण उसका जीता जागता प्रमाण है |

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