केजरीवाल बनाम योगेन्द्र यादव - आरपार की तैयारी



पिछले कुछ दिनों में ‘आप’ नेतृत्व ने पंजाब और उत्तर प्रदेश में पार्टी के कई नेताओं को निलंबित किया है। पार्टी में बगावत पर लगाम लगाने की कोशिश के तहत यह कार्रवाई की गई है। लेकिन इसका प्रतिकूल प्रभाव हुआ है | निलंबित नेतागण अब आरपार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं | 


आम आदमी पार्टी (आप) के बागी नेता योगेंद्र यादव केजरीवाल को बड़ा झटका देने की तैयारी में है । इसी दृष्टि से आगामी 14 अप्रैल को गुडगाँव में “स्वराज संवाद” के नाम से एक बड़ा सम्मेलन किया जा रहा है | आंबेडकर जयन्ती पर आयोजित होने वाले इस सम्मेलन की व्यापक तैयारी की जा रही है | इस निर्णायक आयोजन से पहले योगेंद्र यादव अपने धड़े की खातिर समर्थन जुटाने के लिए चंडीगढ़ और लखनउ में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने वाले हैं।

योगेंद्र चंडीगढ़ में कल बुधवार को जबकि लखनउ में गुरूवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे । योगेंद्र गुट का दावा है कि 14 अप्रैल को होने वाले सम्मेलन के लिए उन्हें 27 राज्यों से ‘जबर्दस्त प्रतिक्रिया’ मिली है। कहा जा रहा है कि दिल्ली के 610, उत्तर प्रदेश के 476, बिहार के 219, हरियाणा के 192 और महाराष्ट्र के 140 कार्यकर्ताओं सहित कई अन्य 14 अप्रैल को होने वाले सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।  27 राज्यों के करीब 2,500 कार्यकर्ता और करीब 100 प्रवासी भारतीयों ने सम्मेलन के लिए पहले ही पंजीकरण करा लिया है। सम्मेलन का आयोजन गुडग़ांव के इफको चौक के पास होगा। 

उधर दूसरी ओर पार्टी प्रवक्ता आशुतोष ने अपने ट्वीट में इस कार्यक्रम को परोक्ष में भाजपा द्वारा प्रायोजित करार दिया है | उनका कहना है कि सोशल मीडिया पर भाजपा नेता श्री अश्विनी उपाध्याय द्वारा कार्यक्रम के आमंत्रण दिए जा रहे हैं | लेकिन इतना तो तय है कि “आप” पार्टी जिस राजनैतिक भंवर में फंस चुकी है, उससे निकलने के आसार दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहे |


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