आजम खान के रामपुर में रावण राज

रामपुर: 'मुस्लिमों के घर क्यों नहीं तोड़े जा रहे?'  

उत्तर प्रदेश में रामपुर एक मुस्लिम बहुल जिला होने के साथ साथ प्रदेश के ताकतवर मंत्री आजम खान का विधानसभा क्षेत्र भी है। पिछले दिनों एक मॉल के पास पार्किंग बनाने के लिए अतिक्रमण में बने वाल्मीकि समाज के घरों को तोड़ने की कार्यवाही प्रारम्भ हुई | इतना ही नहीं तो उन लोगों को कहा गया कि अगर तुम लोग मुसलमान बन जाओ तो तुम्हारे घरों को नहीं तोडा जाएगा | मरता क्या न करता ? इस कॉलोनी में रहने वाले सभी 800 लोगों ने एक साथ अपने घरों को टूटने से बचाने के लिए हिन्दू से इस्लाम धर्म अपना लिया । जब मामले ने तूल पकड़ा तो मौलवी ने इन्हें मुसलमान बनाने से इंकार कर दिया | इन लोगों ने प्रतीकात्मक रूप से मुस्लिम टोपी पहिनकर व मुस्लिम नारे लगाकर मुसलमान हो जाने की घोषणा कर दी | 

वाल्मीकि समुदाय के लोग पारंपरिक रूप से साफ-सफाई का काम करते हैं। इन्होंने कहा कि नगरपालिका के अधिकारियों ने कहा था कि यदि वे इस्लाम कबूल कर लेते हैं तो उनके घर नहीं तोड़े जाएंगे। इनका यह भी कहना है कि जो दुकान और घर मुस्लिमों के हैं उन्हें पार्किंग के दायरे से बाहर रखा गया है। वाल्मीकि समुदाय के लोगों का कहना है कि मुस्लिमों के घर और दुकान उनके इलाके में ही हैं लेकिन इन्हें तोड़ने के लिए चिन्हित नहीं किया गया है। इन्होंने दावा कि केवल वाल्मीकि समुदाय के घरों को पार्किंग के दायरे में लाया जा रहा है। यह मॉल स्थानीय नगर पालिका द्वारा बनाया जा रहा है। 

इसके बाद भी जब इनके घरों को तोड़े जाने की कार्यवाही जारी रही तो ये लोग अनिश्चितकालीन नशन पर बैठ गए | जब अनेक लोगों की हालत बिगड़ने लगी, तो प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए | आनन फानन में डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट ने कॉलोनी के निवासियों को आश्वासन दिया है कि जल्दबाजी में कोई घर नहीं तोड़ा जाएगा। यह आश्वासन मिलाने के बाद अनशन तो ख़तम हुआ किन्तु इन लोगों की आशंकाएं खत्म नहीं हुई हैं क्योंकि आजम खान के समर्थकों का कहना है कि अतिक्रमण हटाने का काम जारी रहेगा। 

बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध में कानपुर में आजम खान का पुतला जलाया। पूरे मामले में बीजेपी का कहना है कि एक साजिश के तहत हिन्दू वाल्मीकि परिवारों को मुसलमान बनने के लिए विवश किया गया है। 


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