इंदौर स्थित पंचकुइया हनुमान मंदिर, जहाँ तोते ईश्वर को नमन कर ग्रहण करते हैं पंगतों में अपना भोजन

मध्यप्रदेश के औद्योगिक शहर इंदौर में एक ऐसा मंदिर है जहाँ हजारों की संख्या में तोते आते हैं ! यह मंदिर 'पंचकुईया हनुमान मंदिर' के नाम से विख्यात है एवं इस मंदिर परिसर में भगवान महादेव का मंदिर भी है ! जहाँ हर रोज श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहता है ! इस मंदिर की ख़ास बात यह है की यहाँ न केवल इंसान बल्कि तोते भी आपको भक्ति में सरोबार होते नजर आएँगे !

इस मंदिर परिसर में रहने वाले संतों के अनुसार पिछले कई सालों से तोतों यहाँ इस प्राचीन मंदिर में आ रहे है ! दिन प्रतिदिन इन तोतों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है ! प्रतिदिन सुबह-शाम लगभग 4 क्विटंल अनाज इन पक्षियों के भोजन के लिए यहाँ डाला जाता है !

इन तोतों की ईश्वरभक्ति लोगों को अचंभित कर देती है ! जब इन तोतों को अन्न का दाना चुगने के लिए डाला जाता है तब सर्वप्रथम ये तोते हनुमानजी की प्रतिमा की तरफ मुँह करके उन्हें प्रणाम करते हैं फिर पश्चिम दिशा की ओर मुँह करके अपना भोजन ग्रहण करते हैं ! यह तोते ठीक उसी तरह पंगत में अपने चारे को ग्रहण करते है जिस प्रकार मनुष्य ईश्वर के भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते है !

इन तोतों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कुछ वर्षों पूर्व मंदिर प्रशासन व श्रद्धालुओं के सहयोग से यहाँ 3,000 स्क्वेयर फीट की एक विशाल छत बनाई गई है जहाँ इन तोतों के लिए अनाज प्रसाद के रूप में बिखेरा जाता है ! मंदिर से जुड़े रमेश अग्रवाल के अनुसार हर रोज इन्हें दाना डालने वाले हर रोज सुबह 5:30 से 6 बजे के बीच तथा शाम को 4 से 5 बजे के बीच इन तोतों के लिए छत पर अनाज डाला जाता है जिसे ये 1 से सवा घंटे में खा लेते हैं ! 

खजूर के पेड़ से निकली थी प्रतिमा : 

इंदौर के पंचकुइया क्षेत्र की वीर बगीची में स्थित हनुमान मंदिर करीब 400 साल पुराना बताया जाता है। इस मंदिर में स्थापित प्रतिमा खजूर के पेड़ से निकली थी, जिसे बाद में ऊपर लाकर मंदिर में स्थापित किया गया। यह मंदिर अग्निअखाड़े से संबंधित है।

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