सतयुग के व्यक्ति प्रो. चंद्रपाल सिंह जी सिकरवार को सादर श्रद्धांजली |


अपने विद्यार्थी काल में जिन प्राध्यापकों से सर्वाधिक प्रभावित हुआ, उनमें से एक थे प्रो. चंद्रपाल सिंह सिकरवार | जितना सौम्य और सुदर्शन व्यक्तित्व, उतना ही गरिमामय व्यवहार |  आजीवन अविवाहित रहे | शिवपुरी महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले विद्यार्थी ही उनका परिवार | मेरे आवास के नजदीक धर्मशाला रोड पर ही स्थित एक गणेश भोजनालय में सुबह शाम उनका भोजन होता था | 

यूं एक छोटे भाई भी थे, किन्तु उनसे सिकरवार साहब अलग ही रहते थे | छोटे भाई रमेश सिंह सिकरवार, शिवपुरी महाविद्यालय के अध्यक्ष भी रहे | वे युवक कांग्रेस के नेता थे | किन्तु चंद्रपाल सिंह जी का अपनत्व संघ और जनसंघ से सम्बन्ध रखने वाले विद्यार्थियों को भी भरपूर मिलता था | 

राजनीति शास्त्र के प्राध्यापक किन्तु अंग्रेजी पर भी असाधारण अधिकार | जीवन में कभी ट्यूशन नहीं पढ़ाया, किन्तु घर पर सुबह शाम विद्यार्थियों की भीड़ लगती थी | सबकी निशुल्क मदद करने को सदैव तत्पर | उनके द्वारा लिखित अनेकों काव्य संग्रह भी प्रकाशित हुए | 

आज जब उनके स्वर्गवास का समाचार मिला, तब स्वाभाविक ही ह्रदय शोकाकुल हुआ | विदा सिकरवार साहब | ईश्वर आपको अपने चरणों में स्थान दे | सादर श्रद्धांजलि |


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1 टिप्पणियाँ

  1. प्रोफेसर चंद्रपाल सिंह सिकरवार साहब ना कोई हुआ और ना होगा उन का सानिध्य मुझ जैसे व्यक्ति को मिला जिस की वजह से मैं अपने को सफ़ल व धन्य मानता हूं। सत्य कुमार सिंह फर्रुखाबाद। यू पी

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