सोलर पेनल अपने घर की छत पर लगाए अपने मीटर को उलटा घुमाए

अभी तक ‘सोलर पेनल’ लगाने के बाद इसकी बनी अतिरिक्त बिजली का कोई उपयोग नहीं होता था ! यानि जब आप घर में नही होते है तो सोलर पेनल कितनी भी बिजली बना ले उसका कोई उपयोग नही होता था ! इसी कारण कई बार लोग इसको लेकर नाक मुँह भी सिकोड़ते थे ! लेकिन अब इसका हल भी सरकार ने निकल लिया है !

सरकार ने एक नयी योजना शुरू की है ! जिसका नाम ‘नेट मीटरिंग’ रखा गया है ! इस योजना में यदि आप अपने घर में सोलर पेनल बिजली बना रहे है तो आपके घर एक ऐसा मीटर लगेगा जो दोनों तरफ घूमेगा ! जब आप खम्बे की बिजली का इस्तेमाल कर रहे होंगे तो आपका मीटर सीधा घूमेगा यानि आपकी इकाई खपत बढ़ेगी और यदि आपके घर में बिजली की खपत कम होगी और सोलर पेनल ज्यादा बिजली बना रहे होंगे तो यह मीटर उलटा घूमेगा और आपके बिजली की यूनिट कम होने लगेगी ! 

इस योजना से सरकार को उम्मीद है कि अब आम आदमी इस तकनीक के जरिये न सिर्फ बिजली के बिल को कम कर सकेगा, बल्कि एक बड़ी बचत सोलर पेनल से बनने वाली बिजली से कर सकेगा ! इस बारे में एनडीएमसी में इस योजना की शुरुवात करने वाले ओपी मिश्रा के अनुसार ‘जब सौर ऊर्जा संयंत्र को लेकर कई योजनायें असफल हुई और न तो किसी कंपनी ने कोई उत्साह दिखाया और न ही आम आदमी ने इन पर ध्यान दिया तो हमने नेट मीटरिंग की स्कीम पर ध्यान देना आरम्भ किया ! दिल्ली में ही एक ऐसा बड़ा हिस्सा है जो कि अपनी छत पर ही सोलर पेनल लगा कर बिजली बना सकता है लेकिन इन लोगों को इसका बड़ा फायदा मिलना चाहिए ! इसी को देखते हुए नेट मीटरिंग योजना को तैयार किया गया था, फिर इसके बाद हमने प्रयोग के टूर पर नयी दिल्ली इलाके में एक सरकारी स्कूल की छत पर इस तरह का संयंत्र लगाने का विचार किया ! इससे न सिर्फ स्कूल के बिजली के बिल में 25 से 30 प्रतिशत की कमी आई बल्कि स्कूल के ऊपर वाले हिस्से में विद्यार्थियों को गर्मी लगनी भी कम हो गयी ! इस प्लांट की वजह से सूरज की किरने अब सीधी नहीं पड़ती और इससे गर्मियों के दिनों में स्कूल की कक्षाओं में तापमान काफी कम हो गया !’

छत पर लगने वाले सोलर पेनल से बनने वाली बिजली के प्रति न सिर्फ सरकारी बल्कि निजी क्षेत्र को भी अब लग रहा है किअगर वह भी अपनी छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र लग्वा लेते है तो इसका उन्हें बड़ा फायदा मिल सकता है ! दरअसल किसी भी सौर ऊर्जा संयंत्र को लगाने के बाद करीब 6 साल में उसको लगाने का खर्चा निकल आता है और इसके बाद करीब 18-19 वर्षों तक आपको लगभग मुफ्त में बिजली मिलती है ! इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के होली फॅमिली अस्पताल ने भी अपनी छत पर सोलर पेनल लगवाने का फैसला लिया है ! इस अस्पताल ने करीब 300 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने के लिए जर्मनी की कंपनी से करार भी कर लिया है ! इस प्लांट के लगने के बाद इस ३५० बिस्तर वाले अस्पताल में बिजली की जरूरते सौर ऊर्जा से भी पूरी की जायेंगी ! इससे अस्पताल को अपने खर्चे कम करने में भारी मदद मिलेगी ! 

इसी तरह हरियाणा सरकार ने भी राज्य में ५०० गज के बड़े मकानों की छत पर सोलर पेनल लगाने का आदेश दे दिया है, अर्थात अब हरियाणा में ५०० गज से बड़े मकानों पर सोलर पेनल लगाना अनिवार्य होगा ! देश के सबसे बेहतरीन संस्थानों में से एक दिल्ली मेट्रो ने भी हाल ही में इत सात मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया है ! इस संयंत्र के जरिये मेट्रो न सिर्फ अपनी खुद की बिजली बना सकेगी बल्कि आने वाले समय में ईधन के खर्चे को भी कम कर सकेगी !


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