पंजाब रोडवेज के बस चालक नानक चन्द को प्रणाम |
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गुरुदासपुर में आतंकवादियों द्वारा सोमवार को सुबह साढ़े पांच बजे, अलसुबह किया गया हमला, बहुत कुछ 26-11 के आतंकी हमले की तर्ज पर किया गया था | इसीलिए उन्होंने हमले की शुरुआत में ही एक बस को रोककर उसमें सवार यात्रियों का कत्लेआम कर बड़ी जनहानि करने का प्रयत्न किया था | लेकिन उनकी यह योजना बस चालक की सतर्कता और बहादुरी के चलते सफल नही हो पाई ।
आतंकवादियों ने बस पर गोलीबारी की लेकिन पंजाब रोडवेज का वह बहादुर बसचालक न तो डरा, न घबराया और न ही उसने संतुलन डगमगाने दिया | बल्कि उसने बस से आतंकियों को ही कुचलने का प्रयत्न कर उन्हें ही भयभीत कर दिया | आतंकी घबरा कर छितरा गए और बस चालक कुशलता से बस को उनकी पहुँच से दूर ले गया | इतना ही नहीं तो नानक चंद बस को सीधे अस्पताल ले गया, ताकि घायल बस यात्रियों का तुरंत समुचित उपचार हो सके | साथ ही वही पहला व्यक्ति था जिसने पुलिस को अविलम्ब फोन कर इस घटना की जानकारी दी |
बस में 75 यात्री सवार थे | अगर नानकचंद ने बहादुरी न दिखाई होती, तो उनमें से कौन बचता ? इसी बात को रेखांकित करते हुए पंजाब रोडवेज के महाप्रबंधक ने भी कहा कि बस यात्री आतंकवादियों के लिए सबसे सॉफ्ट टारगेट हो सकते थे, चालक की सतर्कता से ही उनकी जान बची |
आतंकी हमले के दौरान बस चालक नानकचंद की सतर्कता व पंजाब पुलिस की तत्परता और बहादुरी की जितनी तारीफ़ की जाए, कम है | उन सब बहादुरों का हार्दिक अभिवादन, अभिनन्दन |
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