बंगाल की नाबालिग वालिका टुकटुकी की ह्रदय द्रावक गाथा | दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन |


उन्होंने उसे पहली बार फरवरी में अगवा किया और इस शर्त पर रिहा किया कि उसके माता पिता पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायेंगे | उसके बाद उसे मई में पुनः अगवा कर लिया गया । यह समाचार कल दिनांक 13 जुलाई के अंग्रेजी दैनिक मेल टुडे की सुर्खी बना |
प्रस्तुत है गौरव सी सावंत के उक्त समाचार का हिन्दी अनुवाद -
इस वर्ष फरवरी माह में कक्षा 10 वीं में पढ़ने वाली छात्रा टुकटुकी मंडल बैंक का कुछ काम निबटा कर अपने घर वापस लौट रही थी, कि तभी उसे पहली बार अपहृत कर लिया गया । कुछ स्थानीय गुंडे उसे दक्षिण 24 परगना के मग्रहाट पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली एक सुनसान जगह पर ले गए व उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। टुकटुकी के पिता सुभाष मंडल एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं | उन्होंने गांव के मुखिया की मदद मांगी व स्थानीय पुलिस से संपर्क किया।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री व और बंगाल में पार्टी के प्रभारी सिद्धार्थ नाथ सिंह का आरोप है कि " टुकटुकी इस शर्त पर रिहा किया गया कि उसके माता-पिता न तो बलात्कार की कोई पुलिस शिकायत दर्ज करायेंगे और न ही कोई चिकित्सकीय परीक्षण करायेंगे" । नाबालिग किशोरी की अग्नि परीक्षा यहीं समाप्त नहीं हुई ।

जब वह कक्षा 10 वीं की परीक्षा देने की तैयारी में थी, मई में एक बार उसका अपहरण कर लिया गया | चोरी और सीना जोरी की कहावत चरितार्थ करते हुए उस व्यक्ति ने कुछ अन्य लोगों के साथ घर में घुसकर तोड़फोड़ की और कहा कि अगर पुलिस में शिकायत की तो टुकटुकी को जान से मार दिया जाएगा । टुकटुकी के पिता की शिकायत है कि नामजद आरोप के बावजूद पुलिस ने कोई जांच करना तो दूर की बात है, उलटे उनके परिवार पर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया ।

टुकटुकी का आज तक कोई अतापता नहीं है | भाजपा की बंगाल इकाई ने टुकटुकी का पता लगाने में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार की कथित निष्क्रियता के विरोध में राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिलने का समय माँगा है। अपहरण के इस मामले को लेकर भाजपा ने कोलकाता में भी विरोध प्रदर्शन किया है । इतना ही नहीं तो भाजपा टुकटुकी के अपहरण को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने की योजना बना रही है |

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आरोप लगाया कि व्यापक मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति रैकेट को लेकर ममता बनर्जी सरकार सब कुछ जानते हुए भी पूरी तरह निष्क्रिय है | टुकटुकी के अपहरण के विरोध में ब्रिटेन और अमेरिका में भी बंगाली संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किये जा रहे हैं । उसी अवसर का एक फोटो -


Tuktuki rape case

न केवल ह्यूस्टन में, बल्कि अटलांटा में, डीसी में, सेन फ्रांसिस्को में, न्यूयॉर्क में, शिकागो में सब जगह लोग इस आत्मसम्मान की लड़ाई को लड़ रहे हैं | जैसा कि विवेकानंद जी ने कहा था कि – “मुझे केवल कुछ ऐसे लोग चाहिए जो शुद्ध और नि: स्वार्थ हों, और मैं दुनिया हिला दूंगा । तो पाठक बंधुओ क्या आप दुनिया हिलाने की इस मुहिम में सहभागी होना पसंद करेंगे ?

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