क्या मोदी जी भारत से लूटे गये कोहिनूर हीरे को वापस ला पायेंगे ?


ब्रिटेन की संसद में सबसे लम्बे समय तक सांसद रहे एशियाई मूल के कीथ वाज ने आह्वान किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नवंबर में प्रस्तावित लंदन यात्रा के दौरान “कोहिनूर हीरा” भारत को वापस कर दिया जाना चाहिए ।
वाज का यह बयान अभी तक कांग्रेस नेता बचे हुए शशि थरूर के उस बहुचर्चित भाषण के बाद आया है, जो उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनियन में दिया था | स्मरणीय है कि शशि थरूर ने अपने उक्त भाषण में ब्रिटेन को सलाह दी थी कि वह ब्रिटिश शासन के दौरान हुए शोषण के बदले भारत को मुआवजा प्रदान करे ।
लेबर पार्टी के सांसद, वाज ने अपने एक बयान में कहा है कि - "मैं थरूर के भाषण तथा उसमें अन्तर्निहित संदेश पर प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया का स्वागत करता हूँ । ये वास्तविक शिकायतें हैं, जिन पर विचार किया जाना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि : "आर्थिक क्षतिपूर्ति तो बहुत जटिल, अधिक समय लेने वाली और संभवतः निरर्थक प्रमाणित होने वाली प्रक्रिया है | लेकिन कोहिनूर हीरा वापस न करने के पीछे कोई तर्क नहीं है, इसीलिए मैं विगत अनेक वर्षों से इस मांग का समर्थन करता रहा हूँ ।"
वाज ने कहा कि "प्रधानमंत्री मोदी नवंबर में ब्रिटेन आ रहे हैं तथा प्रधानमंत्री कैमरून ने भी मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखने के लिए अपनी इच्छा जाहिर की है | यह कितना अद्भुत क्षण होगा, अगर प्रधान मंत्री मोदी अपनी यात्रा पूरा होने पर जब भारत वापस जाएँ तो कोहिनूर हीरा भी उनके साथ हो । "
माना जाता है कि कोहिनूर का एक लंबा इतिहास है तथा उसे दुनिया के सबसे पुराने और सबसे प्रसिद्ध हीरों में से एक माना जाता है। ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा यह हीरा 1850 में महारानी विक्टोरिया को भेंट किया गया था |

2013 में कैमरन की भारत यात्रा के दौरान भी उसकी वापसी की मांग की गई थी ।

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