सूप तो सूप, चलनी भी ??? - आत्ममुग्ध बाड्रा साहब |


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहे जितनी आशा पालें कि "संसद का यह सत्र रचनात्मक होगा", लेकिन कांग्रेस के मंसूबे बिलकुल साफ हैं | कांग्रेस के क्षत्रप सोनिया जी और राहुल जी ने आज कांग्रेस सांसदों से भेंट कर निर्णय लिया कि संसद का कामकाज बाधित करेंगे | इतना ही नहीं तो संसद के बाहर भी काली पट्टी बांधकर और तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन करेंगे |


दूध को फाड़ने के लिए तो खटाई की एक बूँद ही पर्याप्त होती है | अतः रचनात्मक सत्र की आशा को पलीता लगाने को तो कांग्रेस के 44 सांसद महानुभाव पर्याप्त से बहुत अधिक हैं | और फिर राज्यसभा में तो सरकार बैसे ही अल्पमत में है |

क्रिकेट के खेल को लाभकारी व्यवसाय में बदल देने वाले दागी ललित मोदी ने मुद्दों की तलाश में भटकती कांग्रेस को बैठे बिठाए दो महत्वपूर्ण और वरिष्ठ भाजपा नेताओं के खिलाफ मसाला मुहैया करा ही दिया है | साथ साथ दिग्विजय सिंह जी ने स्वयं को कुशल बहेलिया सिद्ध करते हुए शिवराज सिंह जी सहित मध्यप्रदेश की पूरी भाजपा को मानो व्यापम के अपने बिछाये व्यापक जाल में फांस लिया है | 

अब कांग्रेस के तो पौबारह हैं | सरकार राष्ट्रीय माल और बिक्री कर या जीएसटी जैसे जरूरी सुधारात्मक बिल पास कराने को बेचैन है । लेकिन राज्यसभा में सरकार को कांग्रेस का समर्थन मिल सकेगा, यह सोचना भी दूर की कौड़ी है । अतः कांग्रेस सरकार को ब्लैकमेल करते हुए तीनों दिग्गज नेताओं को हटाये जाने की मांग पर अड़ी है |

आज केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने विपक्ष के अल्टीमेटम के जबाब में कहा कि "कोई स्तीफा नहीं होगा" | लेकिन साथ में यह भी दोहराया कि “सरकार संसद में सभी मुद्दों पर बहस करने के लिए तैयार है। श्रीमती सुषमा स्वराज भी अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों पर सफाई देने को तत्पर है |" 

सूप तो सूप – चलनी भी ???

मानसून सत्र के पहले दिन इधर लोकसभा मंगलवार तक के लिए स्थगित हुई, उधर दामाद श्री ने सोशल मीडिया पर विष्फोट कर दिया | रॉबर्ट वाड्रा साहब ने फेसबुक पर फब्ती कसते हुए लिखा कि – मैं तो यह देखकर हताश हूँ कि देश में इन लोगों का शासन है | ( I am disappointed to see the country being ruled by them.) 

सोशल मीडिया पर लोग हैरानी जता रहे हैं कि गले गले तक घोटालों में फंसा एक व्यक्ति सरकार पर फब्ती कस रहा है | यह बाड्रा की बेशर्मी हो सकती है, लेकिन सरकार की रीढ़ की हड्डी को क्या हुआ ?

स्मरणीय है कि बाड्रा अपनी हर पोस्ट अपनी फोटो के साथ डालते हैं | आत्म मुग्ध बाड्रा साहब ने उसका कारण बताया है कि - "These Ppl are always after me !! Handsome Hona koi Paap hai Kya ?!" ( ये लोग हमेशा मेरे पीछे पड़े रहते हैं, सुन्दर होना कोई पाप है क्या ?)

इस पोस्ट से आपको नारद जी याद आते हैं क्या ? नारद जी ने एक राजकुमारी से विवाह हेतु एक स्वयंबर में जाने की ठानी और विष्णू जी से उनके समान सुन्दर चेहरा स्वयं के लिए माँगा | विष्णू जी ने उन्हें बन्दर का चेहरा देकर स्वयंबर में भेज दिया | जबकि वे स्वयं को विष्णु भगवान जैसा सुन्दर मान रहे थे | जब भी राजकुमारी उनके सामने से गुजरती, वे अपनी गर्दन आगे कर देते |

अब दामाद श्री को कौन बताये और क्यों बताये ? सत्ता सुन्दरी आपको नकार चुकी है | आप किसी और को सरकार में बैठे देखकर निराश हों तो हों | स्वयं को सुन्दर मानकर अपने मुंह मियाँ मिट्ठू बनें तो बनें | आपका गौरवर्ण व सुडौल देहयष्टि घोटालों की कीचड़ में लथपथ है श्रीमन आत्ममुग्ध जी ?

इसके पहले भी उनकी फेसबुक पोस्ट चर्चित हो चुकी हैं | 2012 में, जब इंडियन अगेंस्ट करप्शन का आन्दोलन चरम पर था तथा अन्ना हजारे, किरण बेदी, प्रशांत भूषण और अरविंद केजरीवाल सभी साथ थे उस समय इन लोगों ने बाड्रा को देश का दामाद बताते हुए कहा था कि अचल संपत्ति के भ्रष्टाचार में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी दामाद श्री के साथ लिप्त हैं ।
इसके जबाब में बाड्रा की पोस्ट आई थी "Mango people in banana republic".(आम लोगों का केला गणराज्य " 

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एक नए घटना क्रम में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के "दामाद श्री" के चारों ओर अब कानून का शिकंजा कसना भी शुरू हो रहा है | आज राजस्थान सरकार ने बीकानेर में वाड्रा को जमीन बेचने वाले जयप्रकाश बागड़वा को गिरफ्तार कर लिया है। चोंकाने वाला तथ्य यह है कि जयप्रकाश भाजपा से सम्बंधित बताया जाता है तथा वह लम्बे समय से फरार चल रहा था  | 

यद्यपि वसुंधरा राजे सरकार द्वारा उक्त भूमि को पहले ही जब्त कर लिया गया था | माना जा रहा है कि बाड्रा की कम्पनी Skylight company को जमीन बेचने के मामले में गिरफ्तार जयप्रकाश के बयान से मामले में नया मोड़ आ सकता है तथा रोवेर्ट बाड्रा की परेशानी बढ़ सकती है | "फील्ड फायरिंग रेंज" के नाम पर अनेक किसानों को विस्थापित किया गया था, और बाद में यह जमीन Skylight company को मिल गई थी |


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