हनुमान जी की मूर्ति ने खोली आंखें, उमड़ पड़े हजारों श्रद्धालु ।

कलियुग में हनुमान जी को जागृत देवता कहा गया है | इस लोकोक्ति को चरितार्थ होते देखने का दावा किया है कर्नाटक के बेलगावी जिले के एक गाँव नंदगड के ग्रामीणों ने | ग्रामीणों के अनुसार वहां के आंजनेय मंदिर में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति ने अपनी बंद आँख खोल दी हैं | 

यह जानकारी जंगल में आग के समान दूर दूर तक फ़ैल गई, और फिर देखते ही देखते यह छोटा सा गाँव नंदगड एक तीर्थ स्थल बन गया । हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लग गया | जिज्ञासु भक्तों के झुण्ड के झुण्ड अपनी आँखों से आंजनेय मंदिर में खुली आँखों वाले हनुमान जी के दर्शन को पहुँचने लगे | 

नंदगड वह गाँव है जहाँ प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संगोल्ली रायन्ना को अंग्रेजों द्वारा सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया गया था | जिस प्राचीन वृक्ष पर उन्हें फांसी दी गई थी, आंजनेय मंदिर भी ठीक उसके बगल में स्थित है। ग्रामीणों की मान्यता है कि यह "चमत्कार" उनके गांव की समृद्धि का द्योतक है । 

यद्यपि कुछ ग्रामीणों का यह भी कहना है कि यह मूर्ति बहुत प्राचीन है, व इस पर लगातार सिन्दूर चढ़ता रहने के कारण, पहले मूर्ति की आँख सिन्दूर की मोटी परत में छुपी हुई रही होगी, जिसे किसी श्रद्धालु ने साफ़ कर दिया ।

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2 टिप्पणियाँ

  1. Sindur apne aap sookh kar utarjata hai kisi ke saaf karne ki jaroorat nahi hai. Hamare yahan Hanuman ji ki sara ka sara chola jaose utar gaya tha murti rahgayi thi. ab us murti par fir se sindur jamne laga hai.

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    1. सच कहा शुक्ला जी, इसे हमारे यहाँ चोला छोड़ना कहते हैं और उसके बाद समारोह पूर्वक विग्रह की पुनः प्राण प्रतिष्ठा की जाती है |

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