125 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित काला धन, वापस आएगा, जरूर आयेगा - सुब्रमण्यम स्वामी
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इकोनोमिक्स टाईम्स में छपा एक रोचक समाचार
कुछ आशा, कुछ सुझाव, कुछ उलाहना, कुछ मांग
वाशिंगटन : भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत सरकार विदेशों में जमा करीब 125 लाख करोड़ रुपये का अनुमानित काला धन, वापस लाने में अवश्य कामयाब होगी ।
वाशिंगटन डीसी के एक उपनगर वर्जीनिया में भारतीय मूल के अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि "मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रकृति जानता हूँ, इसलिए मैं पूर्णतः आश्वस्त हूँ |”
उन्होंने आशा व्यक्त की काले धन को वापस लाने में कोई समस्या नहीं होगी तथा सरकार जल्द ही इस संबंध में प्रक्रिया आरंभ करेगी ।
पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु स्थानीय संस्था “लीड इंडिया 2020” द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए स्वामी ने कहा कि कुछ बोल्ड आर्थिक सुधारों की मदद से भारत में प्रतिवर्ष 12 फीसदी से अधिक की विकासदर प्राप्त करने की क्षमता है । इसके लिए लोगों को प्रेरित करना प्राथमिक आवश्यकता है | जो नीतियाँ अभी लागू नहीं हो सकी हैं, उसका मुख्य कारण यह है कि दिल्ली में प्रधान मंत्री अभी नए हैं तथा अभी अपने पैर जमा रहे हैं | उनके पुराने सलाहकार अभी भी पुराने सांचे में ही ढले हुए हैं |
स्वामी ने इस अवसर पर आयकर समाप्त करने की भी वकालत की । उन्होंने आर्थिक सुधारों को लागू करने के लिए उठाये गए साहसिक कदम और बुद्धिमत्ता के लिए पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव की सराहना करते हुए अगले गणतंत्र दिवस पर उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित करने की भी वकालत की |
संसद के मानसून सत्र के बाधित होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष इससे खुश हो सकता है कि उसने कोई परिणाम नहीं निकलने दिया और मुझे आशा है कि प्रधानमंत्री को भी इससे सबक सीखने को मिलेगा ।
नई भाजपा सरकार की प्राथमिकता विपक्ष को चिढाये बिना महत्वपूर्ण कानून पारित करवाना तथा सरकार को निर्विघ्ऩ संचालित करना थी । लेकिन अब सरकार को यह समझ में आ गया है कि विपक्ष का उद्देश्य केवल संसद का सत्र बाधित करना और काम करने से रोकना भर है स्वामी ने कहा।
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