'देश में कहर बरपाने की भावी तैयारी’ का पूर्व अभ्यास ?

Kolkata Jihadi MOVING

कोलकता रेलवे पुलिस ने 62 संदिग्ध नाबालिगों को बिना बैध दस्तावेज के यात्रा करते क्या पकड़ा, कोलकाता के जेहादियों ने गुस्सा उतारा हिंदू जनता पर । 

रेलवे पुलिस ने बिना बैध दस्तावेज के यात्रा कर रहे 62 नाबालिग मुस्लिम लड़कों को नजरबंदी में लेकर उनके माता पिता की जानकारी एकत्रित करना क्या शुरू किया, मानो कलकत्ता में इस्लामी उग्रवाद का ज्वालामुखी फुट पड़ा | मुसलमानों ने विरोध स्वरुप, राजा बाजार और पार्क सर्कस इलाके में गुंडागर्दी और सड़क जाम द्वारा उग्र सांप्रदायिक तनाव फैला दिया । 
कोलकाता – बारासात/ 3 अगस्त 2015 :: कोलकाता सोमवार को उग्र सांप्रदायिक तनाव का साक्षी बना, जब राजाबाजार क्रॉसिंग पर और शहर के कुछ अन्य हिस्सों में एक हिंसक आंदोलन फुट पड़ा । मदरसे के 62 नाबालिग मुस्लिम किशोरों और एक मौलवी को सियालदह स्टेशन पर जीआरपी द्वारा बिना वैध दस्तावेज के यात्रा करते हुए पकड़ा | ये लोग पूर्णिया, बिहार के एक मदरसे से सम्बद्ध बताये जाते हैं तथा महाराष्ट्र के सतारा जा रहे थे | 

हिरासत में लिए गए ये लडके अपने विषय में कुछ भी नहीं बता पा रहे थे | पुलिस को संदेह हुआ कि इन्हें यातो जेहादी गतिविधियों के लिए ले जाया जा रहा है अथवा मानव तस्करी द्वारा इन्हें अरब देशों में बेचने की तैयारी है | अतः ऐसी स्थिति में रेलवे पुलिस ने हिरासत में लिए गए इन नाबालिग बच्चों को राज्य के बाल कल्याण आयोग को सौंप दिया। आयोग ने इन्हें बारासात स्थित एक आवास में रखा | पुलिस ने इन लड़कों के विषय में जानकारी लेने के लिए बच्चों के माता-पिता से संपर्क करने की कोशिश भी शुरू कर दी । 

लेकिन इस विषय को लेकर तिल का ताड़ बनाते हुए सैंकड़ों मुस्लिम, याकूब मेमन की फांसी और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सडकों पर उतर आये । उन्होंने सार्वजनिक वाहनों, निजी कारों को आग लगाई और हिंदूओं की दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया | पहचान पहचान कर हिंदू यात्रियों और महिलाओं को परेशान किया, उनका सामान छीन लिया । पूरा वातावरण अल्लाहो अकबर के नारों से गूंजने लगा | 
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजाबाजार क्षेत्र की 7, पार्क सर्कस की 8 और खिद्दरपोर की 6 मस्जिदों से संचालित इस ऑपरेशन का नामकरण कोलकता के हिन्दुओं को भयभीत करने के लिए "मेमन 786" किया गया था । 

यह भी ज्ञात हुआ है कि उपद्रवियों में अधिकाँश स्थानीय टीएमसी पार्टी के साथ जुड़े हुए लोग थे | वोट की फसल काटने के लिए व एक दूसरे पर राजनीतिक बढ़त बनाने के लिए, टीएमसी और CPIM दोनों ही संयुक्त रूप से इस जिहादी वातावरण को हवा दे रहे थे ।

मुस्लिम आंदोलनकारियों ने कई घंटों तक सियालदह स्टेशन का मुख्य द्वार बंद कर पथराव किया तथा रेलवे ट्रैक को भी अवरुद्ध किया । सियालदह-मौलाली क्षेत्र में हिंदू अत्यंत भयभीत हो गए थे । 

रिपोर्ट के अनुसार, डीसी उत्तर शुभंकर सिन्हा, डीसी (ESD) ध्रुवज्योति डे, कोलकाता पुलिस चम्पक भट्टाचार्य के संयुक्त आयुक्त (ओआरजी) विशाल सरकार बटालियन के साथ स्थिति को नियंत्रित करने के राजाबाजार क्रॉसिंग पर थे। लेकिन इन लोगों को स्पष्ट आदेश थे कि किसी भी स्थिति में एक भी मुस्लिम को चोट नहीं आनी चाहिए | इस कारण पुलिस दल विवश होकर मूक दर्शक बने इस इस्लामी बर्बरता को देख रहे थे । 

अपने बयान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बच्चों को वापस सकुशल उनके घर भेजा जा रहा है, किन्तु उन्होंने मुसलमानों की गुंडागर्दी और समाज विरोधी कार्यवाही को लेकर एक शब्द भी नहीं कहा न ही क़ानून व्यवस्था पर हुए आघात की निंदा की । 

कुछ सवाल इस घटना से आम अवाम के दिलोदिमाग को झकझोर रहे हैं – 
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकता में हुई यह घटना 'कहर बरपाने की भावी तैयारी’ का जायजा लेने के लिए तो नहीं हुई ? 

ममता के मन में पश्चिम बंगाल को एक इस्लामी राज्य में बदलने की आकांक्षा तो नहीं है ? 

बांग्लादेश, पाकिस्तान या कश्मीर में हिंदुओं के साथ जो कुछ हुआ, क्या वही इतिहास अब पश्चिम बंगाल में दोहराया जाएगा ? 

उपसंहार :: ख़ुफ़िया सूत्रों के अनुसार इस्लामी चरमपंथियों ने "मेमन दस्ते" के नाम से एक प्रतिशोध लेने वाला समूह गठित किया है, जिसके टारगेट पर अब भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के राज्यपाल और मुख्यमंत्री फडनवीस हैं | आईएसआईएस और अन्य अंतर्राष्ट्रीय जेहादी संगठन उनकी मदद कर रहे हैं । भारत में जेहादी भर्ती पूरे जोरों पर है। पूर्णिया से सतारा जा रहे ये बालक इसी भर्ती अभियान का हिस्सा तो नहीं थे ? 

और सबसे महत्वपूर्ण सवाल कि इतनी महत्वपूर्ण घटना और मीडिया में पूर्णतः ब्लैक ऑउट ? गाहे बगाहे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर गाल बजाने वाले किसी राष्ट्रीय समाचार पत्र ने इस अति महत्वपूर्ण घटना को लेकर छोटा सा भी समाचार प्रकाशित करने की जहमत नहीं उठाई |

इस भीषण काण्ड पर देश का आम मुस्लिम क्या सोच रहा है ? यह जानकर आपको हैरत होगी | प्रस्तुत है सोशल मीडिया पर मुस्लिम नौजवानों की परस्पर हुई चर्चा -
साभार - http://hinduexistence.org/2015/08/04/kolkata-jihadis-took-on-hindu-public-over-detention-of-62-suspicious-madrasa-boys/
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