भारत की एकमात्र एमबीए महिला सरपंच - I salute her,

एक कॉर्पोरेट लड़की जिसने अपने ग्रामवासियों के लिए सब कुछ छोड़ दिया -

छवि राजावत के पास वह सब कुछ था, जो आमतौर पर आम इंसान अपने लिए चाहता है, लेकिन वह संतुष्ट नहीं थी | क्योंकि उसे ललक थी कुछ और बेहतर करने की | 

एमबीए, BIMM पुणे से स्नातक, के बाद वह आसानी से टाइम्स ऑफ इंडिया, कार्लसन होटल समूह, एयरटेल, आदि कम्पनियों में हाई प्रोफ़ाइल नौकरी के साथ वर्षों तक एक आलीशान जिन्दगी जी सकती थी | लेकिन वह अपनी नौकरी छोड़ कर वापस अपने गांव सोडा जा पहुंची | सोडा राजस्थान का जयपुर से 60 किमी की दूरी पर स्थित एक छोटा सा गाँव है । सोडा पहुंचकर उसने अपने आप को अपने गांव के विकास में खपा दिया ।

आज, वह राजस्थान के टोंक जिले में स्थित सोडा गांव की सरपंच है | ख़ास बात यह है कि वह किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं है। वह एमबीए की डिग्री धारण करने वाली भारत की पहली महिला सरपंच है।

गांव का सरपंच बनने के बाद छवि ने सफलता पूर्वक वर्षा जल संचयन, सभी घरों में शौचालय की सुविधा, कंक्रीट की सड़कें और 24x7 विद्युत् परियोजना अदि अनेकों परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया |

उसने गांव में शराब और दहेज प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया । देखते ही देखते शासन की योजनाओं और जन सहयोग से सरकारी स्कूलों और अस्पताल का भी कायाकल्प हो गया ।

उसने बाल श्रम के खिलाफ मुहीम चलाई और अब उसका लक्ष्य है गाँव को शत प्रतिशत शिक्षित बनाना । आज उसका गांव दुनिया के बेहतरीन गांवों में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है।

उसका मानना है कि वह अपने गाँव का कर्ज चुका रही है, जहाँ उसकी परवरिश हुई | 

सोडा गांव की छवि राजावत, भारत की सबसे युवा और एमबीए की डिग्री वाकी अकेली सरपंच है। गांव के विकास में आई सभी विघ्न बाधाओं को पार कर उसने जो सफलता अर्जित की है, वह बदलते ग्रामीण राजस्थान का परिचायक है ।

छवि राजावत की उपलब्धी -

- नरेगा के तहत अपने गांव में राजीव गांधी सेवा केन्द्र प्रारम्भ किया |
- सोडा गांव की विकास योजनाओं के लिए धन की कमी आई तो एक कैफे खोला |
- संयुक्त राष्ट्र में आयोजित 11 वें इन्फो-गरीबी विश्व सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व किया ।

छवि राजावत को नई दिल्ली में आयोजित प्रौद्योगिकी दिवस समारोह में भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा सम्मानित भी किया गया था ।

भारत के युवाओं के लिए छवि का संदेश:

अपनी जड़ों से दूर मत भागो, क्योंकि वही आपकी नींव और देश की नींव है । यदि आप कुछ अलग करना चाहते हैं, तो आप नीचे से शुरू कीजिए, क्योंकि वहां करने को बहुत कुछ है । 

उसने कॉरपोरेट ग्लैमर और शहरी आकर्षण को ठुकराकर ग्रामीण भारत के विकास में मदद करने का मार्ग चुना । वह सेलीब्रिटी भले न हो, लेकिन असाधारण करुणा युक्त ह्रदय वाली छवि राजावत मेरी नजर में तो वास्तविक नायक है। वंदन, अभिनन्दन |


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