जमाना बदल रहा है - कांग्रेस शासित कर्नाटक में हिन्दू भावना आहत करने वाले पर प्रकरण दर्ज

KS Bhagwan

गीता पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं पर आघात पहुंचाने के आरोप में कन्नड़ लेखक केएस भगवान के विरुद्ध कर्नाटक में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दायर की गई है | 


मंगलौर के पास उपीनगड़ी में श्याम नाम के एक व्यक्ति द्वारा "भगवान" के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई । शिकायतकर्ता के अनुसार बेंगलुरु में गांधी भवन में "भगवान" द्वारा दिए गए भाषण ने हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई है । एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार प्राथमिकी दर्ज कर उच्च स्तरीय जाँच के लिए बेंगलुरु पुलिस थाने को हस्तांतरित की गई है ।

दिलचस्प बात यह है कि कर्नाटक साहित्य अकादमी "भगवान" को वर्ष 2013 के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट मानद पुरस्कार देकर उसे सम्मानित करने की योजना बना रहा था | इसके पूर्व उत्तरी कर्नाटक के हुबली से एक हॉस्टल वार्डन को भी गिरफ्तार किया गया है | यह होस्टल वार्डन एक मंदिर का पुजारी भी है | इस पर आरोप है कि इसने पुरस्कार के लिए "भगवान" का चयन करने वाले अकादमी सदस्यों को धमकी भरी कॉल कीं ।

स्मरणीय है कि जब से साहित्य अकादमी ने आगामी 7 नवंबर को धारवाड़ में "भगवान" को पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है, अकादमी सदस्यों को फोन कॉल पर लगातार गालियाँ सुनने को मिल रही हैं | अकादमी के अधिकारियों ने पुलिस को रिपोर्ट कर सुरक्षा की मांग की है ।

पुलिस इसलिए भी अधिक सतर्क हो गई है, क्योंकि इससे मिलते जुलते घटनाक्रम में पिछले 30 अगस्त को धारवाड़ में कन्नड़ प्रगतिशील विचारक एम.एम. कलबुर्गी की भी ट्विटर पर भगवद गीता पर अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद ह्त्या कर दी गई थी । 

इस प्रकरण पर सबसे सटीक प्रतिक्रिया इस ट्विटर पोस्ट में की गई है, जिससे पूरा प्रकरण समझ में आ जाता है -

When KS Bhagwan was writing articles he didn't became famous. By abusing Hindu Gods, now he is an inspiration for leftists.

इसके पूर्व जब केएस भगवान अपने लेख सम्पादक को भेजता था, वे रद्दी की टोकरी की शोभा बढाते थे, किन्तु जैसे ही उसने हिन्दू देवी देवताओं को गरियाना शुरू किया, वह वामपंथियों का हीरो हो गया |
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