भारत की युद्धक क्षमता का विकास - रफेल लड़ाकू विमान खरीदी अंतिम दौर में |



ऐसा प्रतीत होता है कि भारतीय वायु सेना की आवश्यकताओं को ध्यानमें रखते हुए नरेंद्र मोदी सरकार ने 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदी शीघ्र करने का निर्णय लिया है | सरकार की मंशा का स्पष्ट संकेत इस बात से भी मिलाता है कि रक्षा खरीद समिति ने रक्षा मंत्रालय के वार्ताकारों की टीम से इस प्रकरण को अंतिम रूप देने को कहा है ।

अनौपचारिक अनुमान के अनुसार 36 विमानों के इस सौदे से राजकोष पर 9 लाख डॉलर का बोझ आएगा । अनुमान है कि अब यह मामला एक या दो महीने के अन्दर निबट जाएगा | स्मरणीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच माह पूर्व फ्रांस सरकार के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों को खरीदने का करार किया था । इस सौदे की ख़ास बात यह भी है कि इस सम्पूर्ण सौदे में भारत जो राशि देगा, उसमें से 50% वापस भारतीय उद्योग में लगाई जायेगी । साथ ही फ्रांसीसी सरकार भविष्य में राफेल लड़ाकू विमानों का निर्माण भारत में भी करने की अपनी इच्छा जाहिर कर चुकी है ।

राफेल लड़ाकू विमान जहां एक ओर भारतीय वायुसेना को जमीनी लक्ष्य पर हमला करने में उपयोगी होगा, वहीं हवा से हवा में मार करने की क्षमता भी देगा । भविध्य में होने वाली किसी भी लड़ाई में यह एक कारगर हथियार साबित होगा |

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