छोटा राजन - एक देशभक्त डॉन ????

छोटा शकील  बनाम छोटा राजन 

छोटा राजन के कट्टर प्रतिद्वंद्वी शकील शेख उर्फ छोटा शकील ने दावा किया है कि इंडोनेशिया में हुई छोटा राजन की गिरफ्तारी उसके कारण हुई है । लेकिन साथ ही उसने यह भी कहा कि वह इस गिरफ्तारी से खुश नहीं है, क्योंकि उसके लोग राजन को निबटाने के लिए पिछले एक सप्ताह से प्रयत्न कर रहे थे | हमने उसके सारे ठिकाने ब्लाक कर दिए थे, जिसके कारण वह इंडोनेशिया जाने को मजबू हुआ और पकड़ा गया | उसकी गिरफ्तारी से न मैं खुश हूँ और ना ही डी कंपनी । उसे ख़तम करने का हमारा अभियान जारी रहेगा |

स्मरणीय है कि छोटा शकील ने सन 2000 में छोटा राजन पर प्राणघातक हमला करवाया था तथा इन दोनों की दुश्मनी जगजाहिर है | साथ ही महत्वपूर्ण बात यह है कि छोटा शकील का यह साक्षात्कार टाईम्स ऑफ़ इण्डिया में प्रकाशित हुआ है | इस इंटरव्यू में शकील ने दावा किया है कि हमें इस बात की चिंता नहीं है कि वह इंडोनेशिया में मुक्त हो जाएगा अथवा उसे भारत ले जाया जाएगा | हमें भारत सरकार पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं है, जिसकी प्राथमिकता उसका उपयोग हमारे खिलाफ करना है । इसलिए इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि भारत सरकार उसे गिरफ्तार कर उस पर मुक़दमा चलायेगी | जहाँ तक हमारा सवाल है हमारा फंडा साफ़ है – दुश्मन ख़तम हो | वह जहाँ भी होगा, मैं उसे नहीं छोडूंगा, शकील ने कहा।

यहाँ ध्यान देने योग्य बात यह है कि पहले छोटा राजन भी दाऊद के गिरोह में ही शामिल था किन्तु 1993 में हुए सिलसिलेवार धमाकों के बाद गिरोह में विभाजन हो गया, तब से ही राजन को मारने की कोशिश की जा रही है | सितंबर 2000 में बैंकॉक में दाऊद के दाहिने हाथ शकील के विश्वासपात्र मुन्ना जिंगड़ा ने दो अन्य लोगों के साथ राजन पर हमले को अंजाम दिया था और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था | इस हमले में राजन का विश्वासपात्र रोहित वर्मा मारा गया था । हमले के बाद राजन को थाईलैंड के समितिवेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किन्तु राजन अपने सहयोगी विजय शेट्टी और संतोष शेट्टी की मदद से फरार हो गया।

तब से ही इन दोनों गिरोहों के बीच शत्रुता चली आ रही है, और इस गेंग वार दोनों ओर के कई लोग मारे जा चुके हैं | बदले की इस आग का पहला शिकार बना था दाऊद का करीबी विश्वासपात्र शरद शेट्टी । जो अन्य लोग मारे गए उनमें शामिल थे बिल्डर ओपी कुकरेजा, एक एयरलाइन का प्रबंध निदेशक ताकियोद्दीन वाहिद, नेपाल का विधायक मिर्जा बेग, नेपाल में केबल ऑपरेटर जामिन शाह और परवेज टांडा । 90 के दशक से ही राजन ने चुनचुन कर मुंबई सीरियल बम धमाकों की योजना बनाने वालों को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया था । सलीम कुर्ला, मजीद खान और मोहम्मद जिन्द्रान को भी उसके गिरोह द्वारा ही मारा गया ।

पिछले साल मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा ने राजन के सबसे भरोसेमंद सहयोगी दिलीप मल्लेश बोरा उर्फ डीके राव और सहयाद्री क्रीड़ा मंडल के सचिव अशोक सतादेकर को मारने के शकील के प्रयास को नाकाम कर दिया था ।

गिरफ्तार किया गया सरगना छोटा राजन पत्रकार जे डे की ह्त्या सहित अन्य अनेक आपराधिक मामलों का आरोपी भी है | हालांकि उससे कोई नई जानकारी मिलने की उम्मीद कम ही है ।

सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों का मानना है कि विगत अनेक वर्षों छोटा राजन अंडरवर्ल्ड के साथ संपर्क से कटा हुआ था । यहाँ तक कि उसने अपने परिचितों से मिलना जुलना भी बंद कर रखा था | वह केवल अपने स्थान पर छुपा रहकर एक प्रकार का निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहा था | उसकी ख़राब सेहत व अपने प्रतिद्वंदी छोटा शकील के भय से वह भारत वापसी का इच्छुक भी था । दिसंबर 2014 के बाद से तो राजन के गिरोह में कोई सदस्य नहीं बचा था। एक गैंग लार्ड के रूप में उसका समय समाप्त हो गया था । 

खुफिया एजेंसियों उसका उपयोग भगोडे माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम का मुकाबला करने के लिए कर रही थीं । चूंकि राजन एक समय दाऊद का करीबी रहा था अतः उसके अनेक भेद जानता था | मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार धमाकों के बाद से वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राजन को "एक देशभक्ति हिंदू डॉन" के रूप में मानते थे । खुफिया ब्यूरो और विशेष रूप से अनुसंधान एनालिसिस विंग (रॉ), दाऊद के खिलाफ राजन का इस्तेमाल करती रही है ।

जानकारों का कहना है कि 2005 में, राजन के दो सहयोगी, विक्की मल्होत्रा और स्व. फरीद तनाशा कराची में दाऊद को खत्म करने जाने वाले थे । वर्तमान सरकार में एक वरिष्ठ पद धारण करने वाले आईबी के एक वरिष्ठ अधिकारी की देखरेख में यह आपरेशन चल रहा था । किन्तु उससे पहले ही मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने मल्होत्रा और तनाशा को गिरफ्तार कर लिया और उन पर कड़े मकोका क़ानून की धाराएँ लगाकर बंद कर दिया । यह उस समय की बात है जब दाऊद की बड़ी बेटी महरूक की शादी कराची में पाकिस्तानी के मशहूर क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे से हुई थी | योजना यह थी कि जैसे ही दाउद विवाह स्थल पर आएगा, दोनों निशानेबाज उसे मार डालेंगे ।

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