AIMIM की चुनावी रैली में अकबरुद्दीन के भाषण के बाद किशनगंज, बिहार में दो काली मंदिरों की मूर्तियां नष्ट की गईं ।

Akbaruddin Owaisi in Kishanganj rally.

AIMIM की चुनावी रैली में अकबरुद्दीन के भाषण के बाद किशनगंज, बिहार में काली मंदिरों की मूर्तियां नष्ट । 
मोदी को बताया एक 'तानाशाह' और 'शैतान' । 
प्राथमिकी दर्ज हुई। 

इन दिनों बिहार की जाति आधारित राजनीति पर साम्प्रदायिकता का जहर भी चढ़ता दिखाई दे रहा है | AIMIM अपने घोषित सांप्रदायिक एजेंडे के साथ चुनाव के इन दिनों में हैदराबाद से मुम्बई होते हुए बिहार पहुंच गया है। इसी का नतीजा है कि विगत रविवार को AIMIM नेता और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी के अत्याधिक भड़काऊ सांप्रदायिक भाषण के बाद, किशनगंज के नेपालगढ इलाके में दो काली मंदिरों को अपवित्र किया गया | 

अपने भाषण में अकबरुद्दीन ने भाजपा पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक जालिम और 'शैतान' बताया था । 

भाषण के दूसरे ही दिन सोमवार को किशनगंज जिला प्रशासन ने मजलिस-ए-इत्तहादुल मुस्लेमीन (एआईआईएम) के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी पर कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र के सोंथा हाट में एक चुनावी सभा के दौरान भडकाऊ बयान देने को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

पुलिस अधीक्षक राजीव रंजन ने बताया कि अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ दंडाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर भादंवि की धारा 144, 153 ए और 188 के तहत कोचाधामन थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

ये धारायें धर्म, जाति, जन्म, निवास, भाषा के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और सामाजिक सद्भाव के प्रतिकूल काम करने पर लगाई जाती हैं । 

उन्होंने बताया कि किशनगंज के नेपालगढ इलाके में आज सुबह दो मंदिरों में देवी की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का अकबरुद्दीन ओवैसी के कल के भाषण के साथ कोई संबंध है या नहीं इसकी पुलिस जांच कर रही है।

स्मरणीय है कि बिहार के किशनगंज जिले में कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र के सोंथा हाट गांव के नेपालगढ क्षेत्र के दो मन्दिरों में संदिग्ध एमआईएम समर्थक जिहादियों द्वारा तोड़फोड़ की गई । यहाँ की 70 प्रतिशत आवादी मुसलमान है | इस बार बिहार की मुस्लिम बहुल 24 विधानसभा क्षेत्रों में मजलिस-ए-इत्तहादुल मुस्लेमीन पहली बार चुनाव लड़ रही है | माना जा रहा है कि इनमें से वह कमसेकम पांच सीटों पर सफलता पा सकती है | 

काली मंदिर की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध स्वरुप उत्तेजित हिंदुओं ने धर्मगंज चौक और पाली चौक पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया और बिहार में अकबरुद्दीन ओबेसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। 

जिला प्रशासन ने दोनों समुदायों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है ।



आधार साभार - http://hinduexistence.org/2015/10/05/unleashing-akbaruddin-spitted-communal-venom-in-bihar-election-rally-causing-hindu-temple-destruction-fir-lodged/
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