शिवपुरी पुलिस की शानदार सफलता - मारा गया कुख्यात डकैत चन्दन गडरिया


लम्बे समय तक शिवपुरी ने डकैतों का आतंक सहा है | एक समय तो ऐसा भी आया कि डकैत ही शिवपुरी का पर्याय बन गए | शिवपुरी पर लगा यह बदनुमा दाग रामबाबू दयाराम गडरिया गिरोह के खात्मे के साथ अभी धुंधला ही पड़ा था कि तभी अचानक चन्दन गडरिया के नेत्रत्व में एक नए गिरोह ने सर उठा लिया और फिजा में आतंक घोल दिया | चन्दन के साथ उसकी खूंखार प्रेमिका चंदा की क्रूरता के किस्सों ने पुतलीबाई, फूलन देवी जैसी दस्यु सुंदरियों की याद ताजा कर दी ।
एक मारवाड़ी चरवाहे सीताराम के अपहरण से चन्दन और चन्दा का गिरोह सुर्ख़ियों में आया। और सीताराम की रिहाई के बाद तो महिला डकेत चन्दा की क्रूरता के किस्से जनचर्चा का विषय बन गए। अपनी मुक्ति के बाद सीताराम ने जो जानकारी पुलिस को दी उसके अनुसार चंदा अन्य पुरुष डकेतों से कहीं ज्यादा खूंखार और पत्थर दिल है।
यह सराहनीय है कि पुलिस अधीक्षक श्री मोहम्मद यूसुफ कुरेशी ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए गिरोह की मदद करने वालों की धरपकड़ द्वारा डकैतों पर बिना समय गँवाए दबाब निर्मित करने में सफलता पाई। एस.पी. कुर्रेशी और एडीशनल एस.पी. आलोक कुमार के नेतृत्व में चन्दन के पिता और भाई को दस्यु अधिनियम के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया। स्वयं पुलिस अधीक्षक कुर्रेशी को जंगलों की ख़ाक छानते देखकर उनके अधीनस्थों का जोश भी बढ़ गया। एक बार रसद की आपूर्ति रुकते ही डकैतों के कसबल निकलना शुरू हो गए और शीघ्र ही दस दस हजार के ईनामी दो डकैत भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। और अंततः आज चन्दन गडरिया भी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया | तीस ह़जार के इनामी इस डकैत के मारे जाने से शिवपुरी क्षेत्र में जनसामान्य ने राहत की सांस ली है । 


स्मरणीय है कि शिवपुरी पुलिस अधीक्षक श्री कुरैशी न केवल डकैतों के खिलाफ अपनी सफल मुहिम को लेकर प्रशंसा के पात्र हैं, वरन उन्होंने शिवपुरी के सट्टा कारोबार पर भी नकेल कसी है। स्मरणीय है कि शिवपुरी के आम निर्धन नागरिक सट्टे की लत के चलते सट्टा कारोबारियों के शिकार बने हुए थे। दिन भर की उनकी मेहनत मजदूरी की कमाई घर पहुँचने के पहले ही सटोरियों की तिजोरी में पहुँच जाया करती थी। इससे अगर कोई सबसे अधिक परेशान होता था, तो वह दलित परिवारों की गृहणियां। कई घरों में तो इसके चलते चूल्हे भी नहीं जल पाते थे। किन्तु श्री कुर्रेशी की शिवपुरी पदस्थापना के बाद बड़े बड़े सट्टा कारोबारियों पर भी कड़ी कार्यवाही हुर्ई। एक ऐसे सट्टा किंग को सींखचों के पीछे पहुँचाया गया, जिसका बड़ा रसूख और राजनैतिक पहुँच मानी जाती थी। 
आम तौर पर पुलिस मीडिया के निशाने पर रहती है। जिन शासकीय महकमों की सर्वाधिक आलोचना होती है, उनमें पुलिस विभाग का नाम सबसे ऊपर होता है। लेकिन शिवपुरी पुलिस अधीक्षक श्री कुर्रेशी इसके विपरीत हरदिल अजीज हैं। इसके पीछे उनकी ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा है।


शिवपुरी के कर्तव्य परायण एस. पी. श्री मोहम्मद यूसुफ कुरेशी व उनकी पुलिस यूनिट को हार्दिक वधाई !

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