कौन है यह नाथूसिंह ?


राजस्थान की एक तार फेक्ट्री में मजदूर का बीस वर्षीय यह बेटा, आज सुर्ख़ियों में है | उसने व उसके परिवार ने शायद कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा के महज क्रिकेट की दीवानगी उसे करोडपति बना देगी | 

जी हाँ हम बात कर रहे हैं नाथूसिंह की, जिसे कल हुई आईपीएल नीलामी में 3.2 करोड़ में नीता अंबानी की टीम मुंबई इंडियंस ने खरीदा । 10 लाख की बेस प्राइस वाले इस क्रिकेटर को लेने की होड़ में पुणे सुपरजाइंट्स और दिल्ली डेयरडेविल्स जैसी टीमें भी थीं। 

नाथू सिंह शायद वर्तमान में भारत के सबसे तेज गेंदबाज है। नाथू औसतन लगभग 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंद फेंकते हैं, कभी कभी उनकी गति 145 किलोमीटर प्रति घंटे को छू लेती है | निश्चय ही भारत में यह एक जादुई अनहोनी है।

राहुल द्रविड़ और ग्लेन मैक्ग्रा द्वारा उन्हें भारत की तेज गेंदबाजी के भविष्य के रूप में वर्णन किया गया है। उन्होंने सिर्फ 6 प्रथम श्रेणी के मैचों में चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट कर लिया |

जब उन्हें पिछले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो दिवसीय अभ्यास मैच के लिए भारत बोर्ड एकादश टीम में शामिल क्या गया, तब चयनकर्ता टीम के अध्यक्ष संदीप पाटिल ने कहा था कि यह लड़का 'एक्स फैक्टर' है । और आज हालत यह है कि आईपीएल में हर टीम उसे अपने साथ देखना चाहती है ।

नाथू ने छह प्रथम श्रेणी मैचों में राजस्थान के लिए 12 विकेट लिए है। उनके पहले मैच के बाद, गौतम गंभीर का ध्यान उसकी ओर गया तो उन्होंने टिप्पणी की कि लंबे समय के बाद भारत में ऐसा अनोखा बोलर देखा है, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उससे अत्याधिक गेंदबाजी करवाकर उसे बर्बाद नहीं करना है।

बचपन से ही नाथू का केवल एक ही सपना था – तेज गेंदबाज बनना । लेकिन उसे अपने पिता की सीमाओं का भी अहसास था, अतः पेशेवर क्रिकेटर के लिए आवश्यक कोचिंग प्रदान करने के लिए उसने उन्हें कभी विवश नहीं किया । चुपचाप ही रहा । किन्तु उसके गली के साथियों ने नाथू के पिता को राजी कर लिया | और फिर सात हजार रुपये मासिक पर नौकरी करने वाले मजदूर भरतसिंह जी ने अपने बेटे के भविष्य की खातिर जितना अधिक से अधिक कर सकते थे, वह किया ।

दोनों पिता पुत्रों के जीवट को सलाम |



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