आरएसएस की तीन दिवसीय वार्षिक बैठक कल से नागौर, राजस्थान में !


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नीति निर्माण और निर्णय लेने वाली उच्चतम अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की वार्षिक बैठक कल दिनांक 11 मार्च से राजस्थान के नागौर में प्रारम्भ होने वाली है ! प्रतिनिधि सभा की यह बैठक 11, 12 और 13 मार्च 2016 को नागौर में आयोजित की जा रही है ।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहन भागवत और सरकार्यवाह (महासचिव) सुरेश भैया जी जोशी बैठक की अध्यक्षता करेंगे । अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और सर कार्यवाह भैया जी 11 मार्च शुक्रवार को करेंगे।

देश के सभी क्षेत्रों के आरएसएस शाखाओं से निर्वाचित प्रतिनिधियों, आरएसएस के राज्य स्तरीय पदाधिकारी, संघ से सम्बद्ध (संघ परिवार) संगठनों के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी इस त्रिदिवसीय बैठक में भाग लेंगे।

किसानों के हित में काम करने वाला संगठन भारतीय किसान संघ (बीकेएस), आदिवासियों के कल्याण हेतु कार्यरत अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम, देश का सबसे बड़ा छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस), विश्व हिंदू परिषद (विहिप), भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी इस बैठक में भाग ले रहे हैं ।

इसके अतिरिक्त राष्ट्रसेविका समिति, स्वदेशी जागरण मंच, विद्या भारती, विज्ञान भारती, क्रीडा भारती, सेवा भारती, संस्कृत भारती, संस्कार भारती, लघु उद्योग भारती, सक्षम, सीमा सुरक्षा परिषद् और धर्म जागरण मंच के राष्ट्रीय पदाधिकारी भी इस बैठक में भाग ले रहे हैं ।

देशभर में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत 1200 से अधिक सामाजिक कार्यकर्ता बैठक में उपस्थित रहेंगे !

बैठक में इन सभी संगठनों की गतिविधियों का वृत्त प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राज्यवार गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी, महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और आवश्यक प्रस्तावों को बैठक में पारित किया जाएगा।

इस अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में निम्नांकित 3 प्रस्तावों को पास किया जाएगा -
1. सभी के लिए सस्ती, सुलभ, गुणवत्ता युक्त शिक्षा पर
2. सभी के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवा


3. तीसरा प्रस्ताव सामाजिक सद्भाव पर होगा।

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1 टिप्पणियाँ

  1. शिक्षा सस्ती ही नहीं युगानुकूल भी होनी चाहिए।आज का छात्र जन्मजात प्रतिभाशाली है,उसका उपयोग राष्ट्र के लिए हो ,राष्ट्र के सम्मानवृद्धि के लिए होना चाहिए।

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