पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की अधिकार ना के बराबर है। पाकिस्तान के इस्लामिक राज्यों के स्कूलों में छात्रों को अल्पसंख्यकों के अधिकारों का सम्मान नहीं करने का उपदेश दिया जाता है। नीचे दिए पाकिस्तान के आठवीं कक्षा के सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र को ही देख लीजिये, आपको जवाब मिल जायेगा।
पाकिस्तान के स्कूलों में छात्रों को पूछा जाता है की ‘पाकिस्तान को धर्म निरपेक्ष राज्य बनने से कैसे रोका जाए? ’ एक और वाकया जहाँ कुछ महीने पहले दानिश कनेरिया ने भारत से मदद की गुहार लगाई थी क्यूंकि उनके हिन्दू होने पर उनके साथ बुरा सुलूक किया जाता था।
ये सब देख कर पता लगता है की इस्लाम बहुमत वाले पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और उनकी अधिकारों की कोई जगह नहीं है। ये बहुत ही शर्मनाक बात है।
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