जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारे लगाने वाला उमर खालिद नक्सलियों के समर्थन में पहुंचा कोलकता !


इन दिनों बामपंथियों की नक्सल समर्थक गतिविधियाँ चरम पर है ! जेएनयू के प्रोफ़ेसर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में पहुंचकर ग्रामवासियों को नक्सलवादियों के समर्थन हेतु प्रेरित कर रहे हैं तो उनका चेला, देशद्रोही नारे लगाने के आरोप में जेएनयू से निलंबित छात्र नेता उमर खालिद शनिवार को कोलकता पहुंचकर "बस्तर एकजुटता नेटवर्क" के बैनर तले सभा करने का प्रयत्न कर रहा है ! स्पष्ट ही इन लोगों की मुहिम का उद्देश्य नक्सलियों के समर्थन में माहौल निर्माण करना था ! और उस पर तुर्रा यह कि उमर खालिद का कार्यक्रम रखा गया था प्रतिष्ठित भारत सभा हॉल में, जोकि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के साथ जुड़ा हुआ है ! इस आयोजन के विरोध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, हिंदू समहिती, हिंदू महासभा और भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया । प्रदर्शनकारियों का कहना था कि एक 'राष्ट्र विरोधी' को भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के साथ जुड़े हुए हॉल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा सकती । 

उमर के खिलाफ नारे लगाते कार्यकर्ताओं के उग्र प्रदर्शन के कारण बी बी गांगुली सड़क पर यातायात पूरी तरह ठप्प हो गया ।

भारत माता की जय, गो बेक उमर खालिद, किक आउट उमर खालिद, डाउन डाउन एंटी नेशनलिस्ट जैसे नारों से पूरा कोलकता गूँज रहा था, और हैरत की बात यह थी कि प्रदर्शन कारियों को आम जनता का भी पूर्ण समर्थन मिल रहा था ।

मौके की नजाकत को भांपते हुए, खालिद के कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे बहुत से लोग, अपने वाहन वहीं छोड़कर सेन्ट्रल मेट्रो रेलवे स्टेशन पहुंचकर अपने अपने घरों को भाग लिए।

पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी मौके पर तैनात की गई थी । स्थिति को नियंत्रण से बाहर जाते देख पुलिस ने अनेक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया ।

स्मरणीय है कि उमर खालिद अप्रैल में दिल्ली के जेएनयू परिसर में कथित 'राष्ट्र विरोधी' नारे लगाने के बाद चर्चित हुआ था, और बाद में उसे जेएनयू से निष्कासित कर दिया गया था। अभी हाल ही में खड़गपुर सदर विधानसभा सीट से विजई हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार घोष ने खालिद को चेतावनी दी कि हमें पता है कि आप कोलकाता क्यों आए हैं, लेकिन यहाँ “पाकिस्तान जिंदाबाद” चिल्लाने की 'हिम्मत भी मत करना, अन्यथा परिणाम घातक होगा "।

जानकारी के अनुसार पहले खालिद का कार्यक्रम दक्षिण कोलकाता स्थित मुक्तांगन में निर्धारित किया गया था। लेकिन वहां भाजपा-अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की शक्ति देखते हुए पुलिस ने आयोजकों को कार्यक्रम उत्तर कोलकाता में करने की सलाह दी। किन्तु नए स्थान पर भी हालत यह बनी कि खालिद को निर्धारित समय से दो घंटे पूर्व छिपकर सभागृह में पहुँचना पड़ा ! कार्यक्रम का समय घोषित किया गया था शाम पांच बजे, किन्तु पुलिस ने खालिद को दोपहर 3 बजे ही हॉल के अंदर पहुंचा दिया । प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद रात में पुलिस अभिरक्षा में खालिद अपने गंतव्य को रवाना हुआ ।

साभार आधार - https://hinduexistence.org/2016/05/22/jnu-student-leader-umar-khalid-faced-severe-hindus-protest-in-kolkata-programme/
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