जे एन यू प्रशासन की बेशर्म कार्यवाही – राष्ट्रभक्ति को किया दण्डित


जवाहर लाल नेहरू के नाम पर बनी जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में किस प्रकार की राष्ट्रद्रोही मानसिकता के लोग घुसे हुए हैं, यह एक बार फिर साफ़ तौर पर देखने में आया है ! 9 फरवरी को जेएनयू परिसर में राष्ट्रद्रोही नारे लगाये जाने की जिस छात्र ने शिकायत की थी और जिसके कारण यह पूरा मामला सम्पूर्ण देश के सामने आया था, उस छात्र को पुरष्कृत करने के स्थान पर जेएनयू प्रशासन द्वारा दण्डित किया गया है ! 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सौरभ शर्मा को विश्वविद्यालय द्वारा गठित जांच समिति ने यातायात अवरुद्ध करने का दोषी बताकर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया है ! इस निर्णय के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ सौरभ, बुधवार से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। विश्वविद्यालय स्वास्थ्य केंद्र पर किए गए परीक्षणों के अनुसार इन छात्रों का ग्लूकोज स्तर तेजी से गिरता जा रहा है !

धरनास्थल से ही कल शनिवार को सौरभ ने महामहिम राष्ट्रपति से भी राष्ट्रवादी और जिम्मेदार छात्रों की रक्षा करने हेतु मार्मिक अपील की -

सौरभ ने राष्ट्रपति महोदय को लिखा है कि जेएनयू प्रशासन भारत विरोधी छात्रों और राष्ट्रवादी छात्रों के बीच भेद करने में नाकाम रही है ! स्मरणीय है कि चीफ प्रॉक्टर ने सौरभ को चेतावनी दी है कि वह भविष्य में ऐसा कोई कार्य नहीं करेगा ! इस चेतावनी का क्या अर्थ है ? इस चेतावनी से तो यही अर्थ निकलता है कि सौरभ को निर्देशित किया गया है कि वह भविष्य में किसी राष्ट्रविरोधी गतिविधि का विरोध या शिकायत न करे ? 

सौरभ का कहना है कि मैंने 9 फरवरी को हुई भारत विरोधी नारेबाजी का विरोध संविधान सम्मत कानूनी प्रक्रिया की सहायता के उद्देश्य से किया था, जिसके लिए मुझे दंडित किया गया है। सौरभ ने राष्ट्रपति महोदय को लिखा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई देशभक्ति और राष्ट्र सेवा को अपराध मानने जैसा है ! इसका परिणाम यह होगा कि भविष्य में कोई भी छात्र राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का विरोध करने से डरेगा ! राष्ट्रवादी और जिम्मेदार नागरिक छात्र हतोत्साहित होंगे, जबकि भारत विरोधी तत्वों के होंसले बुलंद होंगे ! यह एक खतरनाक मिसाल है ।

सौरभ ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि आप हमारी रक्षा कर राष्ट्र-सेवा और देशभक्ति में हमारे विश्वास को मजबूती प्रदान करें । क्या देश में राष्ट्र विरोधी विद्रोहात्मक नारेवाजी का विरोध करना और भारत माता की जय बोलना अपराध हो जाएगा, जैसा कि आपके सम्मानित प्राधिकारी दर्शाना चाहते हैं ।

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