अभिनेता से भाजपा नेता बनीं रूपा गांगुली के साथ कलकत्ता में मारपीट !


पश्चिम बंगाल महिला मोर्चा अध्यक्ष रूपा गांगुली के साथ कल रविवार को मापीट हुई तथा उनकी कार में भी तोड़फोड़ की गई ! उन पर यह हमला उस समय हुआ जब वे डायमंड हार्बर के एक गांव से लौट रही थीं ! उस गाँव में चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के एक समूह ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था । काकद्वीप के ईश्वरीपुर गाँव में एक परिवार के चार सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार किया गया था, उन्हें मारापीटा गया था । उनमें से दो को काकद्वीप हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जबकि शेष दो ने भी शनिवार की रात अस्पताल के बाहर ही काटी थी ! रूपा गांगुली व भाजपा के कुछ अन्य कार्यकर्ता उस पीड़ित परिवार से भेंट कर लौट रहे थे, कि तभी उन पर भी हमला कर दिया गया !

इस घटना में रूपा गांगुली के साथ रही भाजपा महिला नेत्री अमृता बनर्जी के अनुसार रूपा गांगुली के सिर में चोट आई है तथा उनकी कार चकनाचूर कर दी गई है ! रूपा गांगुली को इलाज के लिए डायमंड हार्बर अस्पताल ले जाया गया । 

स्मरणीय है कि हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े लोग अपने प्रतिद्वंदी रहे राजनैतिक कार्यकर्ताओं पर हमले कर रहे हैं ! पश्चिमी मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, बांकुरा और हुगली जिलों में अनेक स्थानों पर सीपीआई (एम) के कई कार्यालयों में भी तोड़-फोड़ की गई है ।

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने इन घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विशाल बहुमत से विजई होने वाली राजनैतिक पार्टी को कुछ तो संयम दिखाना चाहिए। अपने विरोधियों के साथ इस प्रकार का गुंडागर्दी का व्यवहार निंदनीय है ।

तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जादवपुर क्षेत्र में माकपा समर्थकों की पिटाई की। जादवपुर के माकपा विधायक सुजान चक्रवर्ती के अनुसार, एक दर्जन से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया गया। हुगली और हावड़ा जैसे जिलों में, माकपा पार्टी कार्यालय पर हमला किया गया और तृणमूल कांग्रेस समर्थित शरारती तत्वों द्वारा कार्यकर्ताओं को धमकाया गया ।

इसके विपरीत बांकुड़ा जिले के विष्णुपुर में तृणमूल कांग्रेस के कार्यालय में तोड़फोड़ की भी जानकारी मिली है । विष्णुपुर के तृणमूल नेता और पूर्व मंत्री श्यामपदा मुखर्जी ने इस हमले के लिए सीपीआई (एम) को दोषी ठहराया है, जबकि सीपीआई (एम) ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि इसके पीछे तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी कलह है।

एक टिप्पणी भेजें

एक टिप्पणी भेजें