क्रिकेट से जुडी एक ऐसी खबर जिस और नहीं गया किसी का ध्यान, रिकॉर्ड 1009 की पारी खेलने वाले ऑटो चालाक के पुत्र को नजरअंदाज कर सचिन के बेटे का हुआ अंडर-16 क्रिकेट टीम में चयन !

क्रिकेट के भगवान् कहे जाने वाले सचिन भले ही अपनी काबिलियत के दम पर इस मुकाम को हासिल किये हुए हो परन्तु उनके पुत्र अर्जुन को उनकी लोकप्रियता का लाभ मिल रहा है और क्रिकेट में कुछ ख़ास प्रदर्शन न कर पाने के बावजूद उनके नाम के साथ सचिन का नाम जुडा होने के कारण प्रतिभाशाली प्रतिभाओं का दमन कर उन्हें आगे बढाया जा रहा है !

यह ताजा मामला स्कूली क्रिकेट में 1009 रन की रिकॉर्ड पारी खेलने वाले प्रणव धनावड़े को वेस्ट जोन अंडर-16 क्रिकेट टीम में ना चुनकर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को टीम में चुनने का है ! यह खबर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है ! माना जा रहा है प्रणव धनावड़े को नजरअंदाज कर अर्जुन को रखा गया है ! यह टीम हुबली में आयोजित इंटर जोनल टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही है !

अब तक के रिकॉर्ड पर ध्यान दे तो नॉर्थ जोन के खिलाफ खेले गए मैच में सचिन के बेटे अर्जुन का गेंद और बल्ले दोनों से प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है ! अर्जुन पहली पारी में शून्य में आउट हो गए जबकि 12 ओवर में 52 रन देकर सिर्फ एक ही विकेट ले सके ! दूसरी पारी में भी स्कोर में कोई योगदान नहीं दे सके !

1009 रन की नाबाद पारी खेलकर राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर धनावड़े खबरों में छा गए थे ! इस पारी के लिए सचिन ने खुद अपने ऑटोग्राफ वाला बल्ला गिफ्ट किया था ! महेंद्र सिंह धोनी और हरभजन सिंह जैसे स्टार क्रिकेटरों ने भी उन्हें बधाई दी थी ! भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने भी प्रणव को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की तरफ से सम्मानित किया था !

इस उपलब्धि के बावजूद प्रणव धनावड़े जैसी प्रतिभा के न चुने जाने से सोशल मीडिया पर बहस लगातार बढ़ती जा रही है ! लोग धनावड़े को आधुनिक युग का एकलव्य तक बता रहे हैं ! गौर हो कि प्रणव के पिता एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर हैं !

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