बालकों के लैंगिग अपराधों पर आयोजित कार्यशाला में बोले एसडीओपी शर्मा “बिना ज्ञान के मनुष्य धरती पर बोझ के समान”

शिवपुरी। लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 एवं बाल संरक्षण विषय पर स्कूल बसों के चालक एवं क्लीनरों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन यातायात पुलिस एवं चाइल्ड लाइन के सहयोग से जिला महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा कम्युनिटी हॉल में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसडीओपी शिवपुरी जीडी शर्माए कार्यक्रम की अध्यक्षता आलोक एम इंदौरिया ने की। कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मुख्य अतिथि जीडी शर्मा ने कहा कि बिना ज्ञान के मनुष्य धरती पर बोझ के समान होता है। मनुष्य को ज्ञान के साथ साथ कानून की भी जानकारी होना आवश्यक है। जिससे जागरूकता आती है। उन्होंने कानून से सम्बंधित विस्तार पूर्वक जानकारी दी एवं बच्चों के प्रति बाल संरक्षण अधिनियम को विस्तार से बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आलोक एम इंदौरिया ने करते हुए कहा कि जिले में बहुत ही कम केस ऐसे हैं जिसमें ड्रायवरों या क्लीनरों की शिकायत आती है एवं कई बार ऑटो चालक यात्रियों को उनके पैसे व सामान भी वापस कर चुके हैं। उन्होंने अधिनियम के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। चाइल्ड लाइन के भानू प्रताप द्वारा प्रिजेंटेशन के माध्यम से बाल संरक्षण के विषय में जानकारी दी एवं परहित संस्था से प्रदीप तोमर द्वारा बालकों का लैंगिग अपराधों से संरक्षण अधिनियम 2012 के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का प्रतिवेदन जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी ओपी पांडे ने दिया। इस मौके पर यातायात प्रभारी सूबेदार पुरुषोत्तम विश्नोई द्वारा पुलिस की महत्ता के बारे में उपस्थित चालकों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जब भी कोई घटना होती है तो वह सबसे पहले पुलिस को ही याद करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी को नियमों का पालन कर पुलिस का सहयोग प्रदान करना चाहिए जिससे वह अपना काम अच्छे ढंग से कर सकें। कार्यक्रम के अंत में संरक्षण अधिकारी द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं कार्यशाला में पधारे चालकों व परिचालकों का आभार व्यक्त किया गया। इस मौके पर काफी संख्या में बस चालकए क्लीनर व ऑटो चालक मौजूद थे।

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