शिवपुरी - अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति होने पर की जाने वाली तैयारियों के संबंध में बैठक सम्पन्न, कलेक्टर श्री दुबे ने विभागवार की कार्यों की समीक्षा !

शिवपुरी, 21 जून 2016/ जिले में अति वर्षा एवं बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर किए जाने वाले बचाव एवं राहत की पूर्व तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की विभागवार समीक्षा करते हुए कलेक्टर श्री राजीव दुबे ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री यूसुफ कुर्रेशी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के.मौर्य, अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कमल मौर्य सहित जिले के सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। 

कलेक्टर श्री दुबे ने कहा कि जिले में वर्षा ऋतु शुरू हो गई है, अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति में प्रभावित होने वाले स्थानों पर तत्काल पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू करें। उन्होंने नगरीय निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ एवं राहत कार्य के बचाव हेतु उपयोग में होने वाले रस्सा, सर्च लाईट, ट्यूब आदि आवश्यक सामग्री अपने स्तर पर खरीदने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। श्री दुबे ने जिले के सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं तहसीलदारों को भी निर्देश दिए कि वे भी अपने वाहनों में रस्सा, सर्च लाईट, ट्यूब आदि आवश्यक सामग्री रखें। जिससे सूचना मिलने पर तत्काल घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया जा सके। उन्होंने सभी अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित करें कि पूर्व वर्षो के दौरान ऐसे गांवो में जहां बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है, उन गांवो के लोगों को बाढ़ की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने हेतु स्कूल, छात्रावास एवं धर्मशालाओं को चिहिंत कर आवश्यक मूलभूत व्यवस्थाए भी सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने बताया कि जिले में पुलिस कंट्रोल रूम, कलेक्ट्रेट एवं होमगार्ड कार्यालय में बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर सूचना दी जा सकती है। 

पुलिस अधीक्षक श्री कुर्रेशी ने बताया कि जिले में 16 ऐसे स्थान चिहिंत किए गए है, जहां अतिवर्षा की स्थिति में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है। इन स्थानों की कार्य योजना बनाकर बचाव एवं राहत के लिए विभागों की जवाबदारी भी सुनिश्चित की गई है। जिससे किसी प्रकार की स्थिति निर्मित होने पर तत्काल राहत एवं बचाव कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग एवं संबंधित विभाग जिले से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों एवं विभिन्न मार्गों पर स्थित नदी, नालो एवं रपटो पर चेतावनी बोर्ड एवं चेनल स्टाॅपर लगाए जाए। जिससे रपटो एवं पुलो के ऊपर से पानी बहने की स्थिति में वाहनों के आवागमन को रोका जा सके। 

बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है इन ग्रामों में

बैठक में बताया गया कि अतिवर्षा के कारण जिले के 16 ऐसे स्थान जहां बाढ़ की स्थिति निर्मित हो सकती है, जिसमें भदैयाकुण्ड, रामपोरदरवाजा, सुलतानगढ़ फाॅल, नकटा नाला, टुण्डा भरका, गौराटीला का रपटा, मठाई रपटा, महुअर नदी का रपटा, बिलौआ रपटा, करवई नदी का रपटा, बिजरौनी का रपटा, पवा वाटर फाॅल, बरौआ नाला रपटा, अटल सागर मड़ीखेड़ा जलाशय, पचावली पुल, केडुआ नाला शामिल है।

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