अलगाववादी विचारधारा के पोषक मीडिया एवं नेता देश की सबसे बड़ी समस्या - हरिहर शर्मा

ज्यूँही शमशीर कातिल ने उठाई अपने हाथों में, हजारों सर पुकार उठे, कहो दरकार कितने हैं ? 

अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की ये पंक्तियाँ आजादी के पूर्व की मानसिकता दर्शाती हैं ! किन्तु आज स्थिति क्या है ? आजादी के पूर्व देश एकजुट था, तो आज बिखराव है ! उस समय देशभक्ति का ज्वार था तो आज कुर्सी परस्ती का बोलबाला ! उक्त विचार व्यक्त किये श्री हरिहर शर्मा ने जो आज शिवपुरी में आयोजित भाजपा प्रशिक्षण वर्ग में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे ! 

श्री हरिहर ने आगे कहा कि क्या यह हैरत की बात नहीं है कि आप सांसद भगवंत मान ने संसद की समूची सुरक्षा व्यवस्था का वीडिओ बनाकर सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया ? जब सांसद इतने गैर जिम्मेदार हों तो देश का तो भगवान् ही मालिक है ! 

देश की सबसे बड़ी समस्या है अलगाव वाद और दुर्भाग्य से राजनीति व मीडिया इसे और बढ़ा रही है | मीडिया में वामपंथियों की भरमार है, जो सन सेंतालीस से खंड खंड भारत का सपना बुन रहे हैं ! उनकी कल्पना थी कि सोवियत संघ के समान भारत भी अनेक राष्ट्रों का समुच्चय बन जाएगा और यहाँ वामपंथ की जड़ें जम जायेंगे ! इसीलिए उन्होंने पाकिस्तान बनाने का समर्थन किया था ! लेकिन शेष भारत अखंड रहा और उनका ख़्वाब पूरा नहीं हुआ ! लेकिन मीडिया में बैठे उनके वित्त पोषित लोग आज भी अपनी करतूतों से बाज नही आ रहे ! ताजा उदाहरण है गुजरात दलित पिटाई काण्ड का ! उसे मीडिया ने हिंदुत्ववादियों द्वारा दलितों पर किया गया अत्याचार निरूपित किया, जबकि वास्तविकता कुछ और भी हो सकती है ! 

सोशल मीडिया पर आज यह समाचार वायरल हो रहा है कि गुजरात के ये दलित किसी मुस्लिम के साथ पशुओं का व्यापार करते थे ! दलितों के परिवार में किसी कन्या की शादी के लिए लिया गया कर्जा वो तय समय पर नहीं दे पाये और उससे कुछ और समय देने की प्रार्थना की। मुस्लिम मोहम्मद सफी मुस्तखभाई ने और समय देने के बदले लडकी मांगी और कहा कि इसकी शादी तोडकर मुझसे की जाये। इस पर भन्नाए गुजरात के स्वाभिमानी दलितो ने उस मुस्लिम को बुरी तरह मारा और कमरे में बंधक बना लिया, बाद में कुछ बुजुर्ग मुस्लिम माफी मांगकर छुडवा ले गए थे। 

आहत मुस्तखभाई बदला लेने के लिए अम्बेडकरवादी दलित संगठन से मिला और लेदेकर अम्बेडकरवादियों ने मुस्लिम के साथ मिलकर गरीब दलितों की बुरी तरह पिटाई कर दी। ये मामला हमेशा की तरह हिन्दुओ मे फूट डालने का वामपंथी मीडिया का षड्यंत्र हो सकता है, जिसकी जांच होनी चाहिए । ऐसा हम लोग पहले भी देख चुके हैं, जब झाबुआ नन बलात्कार का आरोप संघ व भाजपा के लोगों पर लगाया गया था, जबकि बाद में उसमें ईसाई ही लिप्त मिले थे ! इसी प्रकार झज्जर की घटना प्रचारित की गई, जो बाद में बेसिरपैर की निकली !

एक तरफ ये अलगाववादी जयचंद है, तो दूसरी ओर देश को वैभव संपन्न बनाने को रातदिन एक कर रहे नरेंद्र मोदी ! हमें तय करना है कि हम देश की उन्नति चाहते हैं, या गुलामी के पूर्व की स्थिति बनाना चाहते हैं, जिसमें जयचंदी साजिशें परवान चढ़ती थीं ! 

दो दिन पूर्व ही हमारे सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बयान दिया कि कश्मीर में जनमत संग्रह कराया जाना चाहिए ! क्या यह पाकिस्तान के साथ सुर में सुर मिलाना नहीं है ! क्या हम शिवपुरीवासियों को इस पर शर्मिंदा नहीं होना चाहिए ? लेकिन हममें से किसी ने इसका विरोध नहीं किया, यह हैरत की बात है ! चुनावों में जो भी ज्योतिरादित्य का साथ देता रहा है, तो उसको समझना चाहिए कि वह एक प्रकार से उनकी मानसिकता को समर्थन देता है ! भाजपा के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद में ही देश की सभी वर्तमान समस्याओं का समाधान निहित है ! 

हमें शालीनता पूर्वक विरोधियों को भी अपना बनाने की मुहीम में जुटना चाहिए ! दयाशंकर जैसी अशालीन और असंयत भाषा से बचते हुए, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती स्वातिसिंह जी के समान संयत और प्रभावी प्रतिक्रिया भाजपा की पहचान होना चाहिए ! आज पूरा देश स्वाती सिंह जी के साथ खड़ा है, जिससे घबराकर मायावती को अपनी सोमवार को होने वाली अपनी रैली रद्द करना पडी ! 

अपने पचास मिनट के धाराप्रवाह उद्वोधन में श्री शर्मा ने बंगलादेश घुसपैठियों, कश्मीरी पंडितों, आतंकवाद आदि समस्याओं पर भी विस्तार से प्रकाश डाला ! सत्र की अध्यक्षता पूर्व विधायक श्री वीरेन्द्र रघुवंशी ने तथा संचालन जिला महामंत्री श्री ओमप्रकाश शर्मा गुरू ने किया !

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