मिलिए स्वच्छा भारत अभियान को सफल बनाने के लिए पैर छूकर विनती करनेवाले सरपंच से !

शायद ही कोई भारतीय इस बात से इनकार करेगा की वर्तमान में देश को स्वच्छ रखने की आवश्यकता है ! कव्हरे के पहाड़, गन्दी पड़ी नदियां स्वच्छता के प्रति हमारे दृष्टिकोण को स्पष्ट प्रदर्शित करती है ! स्थिति दिन प्रतिदिन और गम्भीर होती जा रही है ! लोग खुले में शौच करते है, जहाँ मर्जी होती है वहां थूकते है, सड़क किनारे रखे डस्टबिन आज मात्र शोपीस बने रखे हुए है ! स्वछता और सफाई की समस्या ग्रामीण क्षेत्रों में और भी ज्यादा गहराती जा रही है !

नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू किए गए मिशन स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने के लिए एक सरपंच ने ऐसी तरकीब निकाली जो कि वास्तव में तारीफे काबिल है ! कर्नाटका में रहने वाले गांव के एक सरपंच श्रीनिवास करतुरी अपने गांव को स्वच्छ रखने के लिए लोगों के पैरों में गिरकर उनसे घर में शैचालय बनवाने की विनती करते हैं !

करतुरी ग्रामिणों के पैरों में गिरकर उनसे अनुरोध करने के लिए बदनाम हैं ! उनका ऐसा करना वहां के ग्रामिणों को काफी अजीब और शर्मनाक लगता है ! लेकिन वहां के स्थानीय लोगों के लिए करतुरी की ये रणनीत असल में काम कर रही है ! 

दिलचस्‍प बाप तो ये है कि करतुरी केवल गांव वालों से विनती ही नहीं करते, बल्कि अगर गांव का कोई व्यक्ति शौचालय बनाने में सक्षम नहीं है तो वह उसकी मदद करते हैं ! वो खुद उस व्यक्ति के घर में शौचालय बनवाते हैं !

ये है मकसद

करतुरी गांव वालों से उनके पैरों में गिरकर शौचालय बनाने की मांग अपने गांव को स्वच्छ और साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए करते हैं ! करतुरी स्वच्छ भारत अभियान से काफी प्रभावित हैं और वह नहीं चाहते कि उनका गांव गंदगी से भरा रहे !

बहुत कम लोगों के घर में है शौचालय

2100 लोगों की आबादी वाले इस गांव में केवल 441 के घरों में शौचालय है ! बाकि के लोग शौच के लिए गांव में खेत में जाते हैं ! जो कि बीमारी का एक स्रोत है ! यही कारण हैं कि गांव में लोगों को घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित करना बहुत जरूरी है !

साभार इंडिया टुडे

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