आप पार्टी पर गहराता अस्तित्व का संकट !


सीबीआई ने सोमवार 4 जुलाई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार, उप सचिव तरुण शर्मा और तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है ! सीबीआई ने आरोप लगाया है कि कुमार ने 2006 और 2014 के बीच, जब वह दिल्ली सरकार में विभिन्न पदों पर कार्यरत थे, विभिन्न लोगों से कम से कम 3.3 करोड़ रुपये रिश्वत ली ! उस दौरान हुए कथित घोटाले में दिल्ली सरकार को 12 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ ।

1989 बैच के आईएएस अधिकारी राजेंद्र कुमार पर सीबीआई ने 2015 में भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था ! उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एक निजी सॉफ्टवेयर सोल्यूशन कम्पनी के डायरेक्टर से सांठगाँठ कर नियमों का उल्लंघन करते हुए, 9.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के सरकारी ठेके प्रदान किये ।

कुमार की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि मोदी "दिल्ली सरकार को पंगु करने की साजिश रच रहे हैं । उन्होंने कहा कि "केंद्र सरकार अब डरी हुई लगती है ... मोदी जी नफरत और गुस्से की बजह से दिल्ली को बरबाद करना चाहते है ! 

लेकिन श्री सिसौदिया के पास इस बात का कोई जबाब नहीं है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार में आने वाली “आप” पार्टी की सरकार ने 2015 में मुक़दमा दर्ज हो जाने के बाद भी राजेन्द्र कुमार को इतने महत्वपूर्ण पद पर क्यों बनाए रखा ? 

एक ओर तो पंजाब में पवित्र पुस्तक के अपमान का मामला और दूसरा यह ताजातरीन प्रकरण, केजरीवाल और आप पार्टी के भविष्य पर बहत बड़ा सवालिया निशान लगा रहा है ! 

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