मध्यप्रदेश - राज्य स्तरीय होगा पटवारी केडर

अब नई भर्ती के पटवारियों का केडर राज्य स्तरीय होगा। पुराने पटवारियों का केडर जिला स्तर का ही रहेगा। जिले के बाहर स्थानांतरण चाहने वाले पटवारी राज्य स्तर के केडर में शामिल होंगे। जिला केडर को डेड केडर घोषित किया जायेगा। राजस्व, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने यह कार्यवाही जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं।

श्री गुप्ता ने कहा न्यायालयों में लंबित राजस्व मामलों की पैरवी करने के लिए अलग वकील रहेंगे। प्रत्येक जिले और संभाग में एक अधिकारी को लीगल आफिसर के रूप में पदांकित करें। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में राजस्व अभिलेखों का कम्प्यूटीकरण जारी है, वहाँ के काम की समीक्षा प्रतिमाह करें। श्री गुप्ता ने विभागीय जाँच प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिये।

किसान स्वयं देंगे गिरदावरी की जानकारी

राजस्व मंत्री ने कहा कि अब किसान अपने खेत में बोनी (गिरदावरी) की जानकारी प्लेन कागज में स्वयं तहसील में देंगे। किसान दी गयी जानकारी की पावती रखेगा। इसी की जानकारी पर उसे फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा। जानकारी का सत्यापन पटवारी द्वारा 3 माह में करना अनिवार्य होगा। पटवारी द्वारा तीन माह में सत्यापन नहीं करने पर किसान द्वारा दी गयी जानकारी मान्य की जायेगी।

पति- पत्नी के नाम से जारी होंगे पट्टे

श्री गुप्ता ने कहा कि अब शहर और गाँव सभी जगह भूमि के पट्टे पति-पत्नी के नाम से जारी किये जायेंगे। उन्होंने इस संबघ में आदेश जारी करने के निर्देश दिये।

राजस्व हाउसिंग कार्पोरेशन बनेगा

राजस्व मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि राजस्व विभाग संबधित भवनों के निर्माण के लिए राजस्व हाउसिंग कार्पोरेशन के गठन की कार्यवाही करें। यह कार्पोरेशन पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन की तरह बनेगा। बैठक में प्रमुख सचिव राजस्व श्री के.के. सिंह, सचिव श्री जी.पी. श्रीवास्तव और प्रमुख राजस्व आयुक्त श्री के.के. खरे उपस्थित थे।

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